17 दिन में 30 तीर्थ, IRCTC ने ₹1.17 लाख का पैकेज बनाया

अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन के बाद धार्मिक पर्यटन को मिली लोकप्रियता को देखते हुए भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) 25 जुलाई 2025 से महज 1.17 लाख रुपये में अपनी पांचवीं विशेष श्री रामायण यात्रा ट्रेन शुरू कर रहा है। यह यात्रा दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से शुरू होकर 17 दिनों में अयोध्या, नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर (नेपाल), बक्सर, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट, नासिक, हम्पी और रामेश्वरम सहित 30 से अधिक राम की लीला से जुड़े तीर्थ स्थलों को कवर करेगी।

पिछले टूर के यात्रियों और तीर्थयात्रियों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली

आईआरसीटीसी के एक अधिकारी ने कहा, बीते साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इसकी शुरुआत के बाद से यह 5वां रामायण टूर है। हमारे सभी पिछले टूर के यात्रियों और तीर्थयात्रियों से हमें उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है। यह यात्रा आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन से होगी, जिसमें रेस्टोरेंट, किचन, शावर, सेंसर वाले वॉशरूम और सीसीटीवी सुरक्षा जैसी सुविधाएं मिलेंगी। पांचवीं विशेष श्री रामायण यात्रा तीन श्रेणियां उपलब्ध हैं।

आईआरसीटीसी टूर मैनेजर की सेवाएं भी मिलेंगी

इस टूर की कीमत 3 एसी के लिए प्रति व्यक्ति 1,17,975 रुपये, 2 एसी के लिए प्रति व्यक्ति 1,40,120 रुपये और 1 एसी क्लास केबिन के लिए 1,66,380 रुपये और 1 एसी कूप के लिए 1,79,515 रुपये होगी। आईआरसीटीसी के मुताबिक, पैकेज की कीमत में संबंधित वर्गों में ट्रेन यात्रा, 1 एसी, 2 एसी और 3 एसी के लिए 3 स्टार श्रेणी के होटलों में आवास, सभी भोजन (केवल शाकाहारी), एसी कोच में सभी स्थानांतरण और दर्शनीय स्थल, यात्रा बीमा और आईआरसीटीसी टूर मैनेजर की सेवाएं आदि शामिल हैं।

मुख्य पड़ाव और सफर का सिलसिला

अयोध्या – राम जन्मभूमि, हनुमान गढ़ी, राम की पैड़ी।
नंदीग्राम – भरत मंदिर।
सीतामढ़ी (बिहार) – सीता जी का जन्मस्थान।
जनकपुर (नेपाल) – राम-जानकी मंदिर (सड़क मार्ग से)।
बक्सर – रामरेखा घाट, रामेश्वरनाथ मंदिर।
वाराणसी – काशी विश्वनाथ, तुलसी मंदिर, संकटमोचन मंदिर, गंगा आरती।
प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट – रात्रि विश्राम सहित (सड़क मार्ग से)।
नासिक – त्र्यंबकेश्वर, पंचवटी।
हम्पी – अंजनेया हिल (हनुमान जन्मस्थल), विट्ठल व विरुपाक्ष मंदिर।
रामेश्वरम – रामनाथस्वामी मंदिर, धनुषकोडी यात्रा का समापन 17वें दिन दिल्ली लौटने के साथ होगा।