7 प्रोजेक्ट के आवासों पर मिले 500 किराएदार, कई मकानों को बेचा

भोपाल। राजधानी भोपाल में लोगों को अपना मकान मिल सके और झुग्गियां समाप्त हो इसे लेकर सरकार द्वारा हाउसिंग फॉर ऑल स्कीम के तहत लोगों को घर मुहैया कराया जा रहा है, लेकिन भोपाल में कुछ अपात्र लोगों ने भी इन घरों को खरीद लिया है। लगातार हो रही शिकायत के बाद पिछले 4 माह से जिला प्रशासन द्वारा शहर में बने हाउसिग फार आल के प्रोजेक्ट का सर्वे कराया गया। टीटीनगर एसडीएम अर्चना रावत शर्मा की टीम ने चार महीने में 7 जगह सर्वे किया है, जिसमें पता चला कि 500 आवास किराए से चल रहे हैं।
 सर्वे रिपोर्ट को अब कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को भेजा दिया गया है। अब इन आवासों को निलंबित करने की कार्रवाई की जाएगी। टीटीनगर एसडीएम अर्चना रावत शर्मा ने बताया कि रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। निर्देश के बाद इस पर कार्रवाई शुरू की जाएगी। उन्होने बताया कि सर्वे में यह साफ हो गया कि लोग योजना का गलत उपयोग कर रहे हैं।

1062 आवासों में ताला लगा
आवासों की जांच टीम द्वारा हाउसिंग फार आल (एचएफए) समेत अन्य योजनाओं के तहत आवंटित मकानों का सर्वे किया गया। इसमें सात प्रमुख प्रोजेक्ट श्याम नगर, अर्जुन नगर फेज-एक, फेज-टू, गंगा नगर, आंबेडकर नगर, राहुल नगर और मद्रासी कालोनी शामिल हैं। इन स्थानों पर चार हजार 561 आवास बने हैं, इनमें से तीन हजार 297 में लोग रह रहे हैं, इन्हीं में से करीब 500 आवास किराए पर हैं और 202 को बेंच दिया गया है। 1062 में ताला लगा है।

सातों प्रोजेक्ट की स्थित
श्याम नगर- 1440 मकान बनाए गए हैं। वर्तमान में 987 लोग रहते हैं। 101 मकान बेच दिए गए। 244 मकान में ताला लगा पाया गया है।
अर्जुन नगर फेज 1- यहां पर 572 मकान है, जिसमें 283 मकान में लोग निवास कर रहे हैं। 27 मकान बेच गए हैं। 156 मकान में ताला लगा पाया गया।
अर्जुन नगर फेज 2- 282 मकान में से 143 मकान में लोग निवास कर रहे हैं। चार मकान बेच दिए गए हैं। 79 मकान में ताला लगा पाया गया।
गंगानगर- 864 मकान बने हैं। 379 मकान में लोग रह रहे हैं। 30 फ्लैट बेच दिए गए हैं। 406 में ताला लगा पाया गया।
अंबेडकर नगर- 300 मकान है। 266 में लोग रह रहे हैं। 10 मकान बेच दिए गए हैं। 17 में ताला लगा पाया गया।
राहुल नगर- 832 मकान है।728 में लोग रह रहे हैं।17 मकान बेच दिए गए। 75 मकान में ताला लगा पाया गया।
मद्रासी कॉलोनी- 576 आवास है जिसमें 511 में लोग रह रहे हैं। 13 मकान बेच दिए गए। 85 में ताला लगा पाया गया।