सड़कों पर गड्ढों को लेकर बोले राकेश सिंह, नए और पुराने पुलों की रिपोर्ट तलब

भोपाल: लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह ने मध्य प्रदेश की सड़कों की हालत पर बात की। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई तकनीक नहीं है जिससे गड्ढे न हों। उन्होंने यह भी कहा कि अगर 6 महीने में सड़कें खराब होती हैं तो कार्रवाई होगी। मंत्री ने बिटुमिन की खरीद में पारदर्शिता लाने और सड़कों की गुणवत्ता सुधारने के लिए कई कदम उठाने की बात कही। उन्होंने निर्माणाधीन पुलों की रिपोर्ट भी मांगी है और कहा कि गड्ढों की समस्या का समाधान किया जाएगा।

सड़कें रहेंगी तो गड्ढे होते रहेंगे

PWD मंत्री राकेश सिंह ने प्रदेश की खराब सड़कों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जब तक सड़कें रहेंगी, गड्ढे होते रहेंगे। उनके अनुसार, ऐसी कोई तकनीक नहीं है जिससे सड़कों पर गड्ढे न हों। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई सड़क 6 महीने में ही खराब हो जाती है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने सड़कों की गुणवत्ता सुधारने के लिए कई कदम उठाने की बात कही है।

ऐसी कोई तकनीक नहीं जिससे गड्ढा नहीं होगा

मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि अभी तक ऐसी कोई तकनीक नहीं आई है जिससे यह कहा जा सके कि सड़क पर कभी गड्ढा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जब तक सड़कें रहेंगी तब तक गड्‌ढे होते रहेंगे। राकेश सिंह ने आगे कहा कि वे सड़कों को बेहतर बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उनके अनुसार, दुनिया में ऐसी कोई सड़क नहीं है जिसमें गड्ढा न हो।

6 महीने में खराब होती है तो गलत बात

मंत्री राकेश सिंह ने यह भी कहा कि अगर कोई सड़क 4 साल तक खराब नहीं होनी चाहिए और वह 6 महीने में ही खराब हो जाती है, तो यह गलत है। ऐसे मामलों में कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़कों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली जमीन को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं।

बिटुमिन खरीद पर भी कही बात

मंत्री सिंह ने कहा कि वे वर्क कल्चर को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब बिटुमिन स्थानीय स्तर पर नहीं खरीदा जा सकेगा। इसे केवल भारत पेट्रोलियम या हिंदुस्तान पेट्रोलियम से ही खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने उसे कंडीशन में डाल दिया है। जब बिटुमिन निकलेगा तो डिजिटल लॉक के साथ निकलेगा। जिस क्षेत्र के लिए बिटुमिन जाएगा वहां के सब इंजीनियर के मोबाइल पर OTP आएगा और OTP डालने के बाद ही डिजिटल लॉक खुलेगा और बिटुमिन अनलोड किया जा सकेगा।

रिचार्ज बोर बनाए जाएंगे

मंत्री सिंह ने कहा कि सड़कों से पानी निकालने के लिए एक से दो किलोमीटर की दूरी पर रिचार्ज बोर बनाए जाएंगे। लोक कल्याण सरोवर भी बनाने का काम किया जाएगा। सभी चीफ इंजीनियर 10-10 लोक कल्याण सरोवर का निरीक्षण करेंगे और वे खुद भी 20 स्थानों पर जाकर निरीक्षण करेंगे।

निर्माणाधीन पुलों की रिपोर्ट मंगवाई

मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि वे निर्माणाधीन पुलों की रिपोर्ट मंगवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भोपाल के ऐशबाग पुल में 90 डिग्री की जगह 119 डिग्री का टर्न है। इसमें सेफ्टी मेजर का पालन नहीं हुआ है, इसलिए कार्रवाई भी हुई है। उन्होंने कहा कि इससे राजस्व का नुकसान हुआ है और इसके पहले कभी इतनी बड़ी कार्रवाई नहीं हुई थी।

इंदौर को लेकर भी कही बात

उन्होंने कहा कि इंदौर में जिस पुल को लेकर मीडिया में बात आई है, वह 114 डिग्री का है, लेकिन टर्निंग रेडियस 15 मीटर की बजाय 20 मीटर है, जो ठीक है और यहां कोई राजस्व नुकसान नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश भर के निर्माणाधीन पुलों की रिपोर्ट बुला रहे हैं। एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया जा रहा है ताकि कहीं से कोई बात आए तो उसका समाधान हो सके। हर महीने में दो बार लोक निर्माण विभाग की सड़कों का औचक निरीक्षण होता है। उन्हें पता नहीं होता है कि कहां निरीक्षण के लिए जाना है।
 
डंपर और कंक्रीट लेकर पहुंच जाएं

सीधी की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर लीला साहू की खराब सड़कों को लेकर की गई पोस्ट पर मंत्री सिंह ने कहा कि क्या PWD का बजट इतना होता है कि किसी ने पोस्ट डाल दी तो हम सड़क बनाने के लिए डंपर और सीमेंट कांक्रीट का प्लांट लेकर पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होता है, इसकी एक प्रक्रिया होती है। PWD कौन सी सड़क बनाएगा और कौन सी नहीं बनाएगा, इसकी व्यवस्था तय है। इसके लिए विभाग की सीमाएं होती हैं। बजट में कमी नहीं है, धीरे-धीरे काम कर रहे हैं।