9 माह पूर्व बने रीवा एयरपोर्ट की बाउंड्रीवाल धड़ाम, इंजीनियरिंग में गड़बडी या कुछ और

रीवा: बीते दिनों रीवा जिले में हुई मूसलाधार बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हुआ है. बारिश की वजह से नदिया उफान पर आई और बाढ़ के पानी ने शहरी क्षेत्रों से होते हुए निचली बस्तियों को अपनी चपेट में ले लिया. जिससे कई घर और उसमें रहने वाले लोग प्रभावित हुए. तेज पानी के बहाव ने रीवा एयरपोर्ट की बाउंड्रीवाल के बड़े हिस्से को भी चारों खाने चित कर दिया. तेज पानी के बहाव से एयरपोर्ट के बाउंड्रीवाल की 200 फीट लम्बी दीवार टूटकर बिखर गई. जिसके बाद समाजसेवियों ने बाउंड्रीवाल के निर्माण की गुणवता पर कई सवाल खड़े किए.

9 महीने पूर्व पीएम ने किया था रीवा एयरपोर्ट का वर्चुअली लोकार्पण
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब से ठीक 9 माह पूर्व 20 अक्टूबर 2024 को विंध्य के रीवा को हवाई पट्टी की जगह नवीन एयरपोर्ट की सौगात दी थी. तकरीबन 500 करोड़ की लागत से बने इस एयरपोर्ट की सुरक्षा दीवार कही जाने वाली बाउंड्रीवाल के निर्माण की गुणवत्ता को लेकर शुरू से ही सवाल खड़े हुए हैं. क्योंकि लोकार्पण से ठीक दो माह पूर्व ही एयरपोर्ट की बाउंड्रीवाल का एक बड़ा हिस्सा पानी की तेज बहाव की वजह से टूटकर धराशायी हुआ था. उस समय टूटी बाउंड्रीवाल को टीन शेड से ढककर बाद में बाउंड्रीवाल की मरम्मत कराई गई थी. मगर एक साल बाद अब एक बार फिर बाउंड्रीवाल का बड़ा हिस्सा पानी के तेज बहाव से टूटकर बिखर गया.

इस वर्ष भी बारिश के कारण टूटी बाउंड्रीवाल
रीवा एयरपोर्ट के जिम्मेदार अधिकारियों ने बताया कि, ''पिछली बार की तरह इस बार भी शुक्रवार को तेज बारिश हुई. देर रात हुई बारिश का पानी तेज बहाव के साथ एयरपोर्ट के अंदर की तरफ आया और लगभग 5 फीट तक पानी भर गया. पानी के वेग ने एयरपोर्ट की बाउंड्रीवाल को तोड़ दिया.'' बताया गया की पानी का बहाव इतना तेज था की बाउंड्रीवाल के अंदर खड़ी कार कुछ दूर तक बह गई और कुछ बाइक भी बाढ़ की पानी में तैरने लगीं. सूचना मिलते ही एयरपोर्ट के सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी के माध्यम से मलवा हटवाया गया.

तेज बहाव रोकने के लिए नहीं होती बाउंड्रीवाल
रीवा एयरपोर्ट के सीनियर मैनेजर नवनीत चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि, ''एयरपोर्ट के बाउंड्रीवाल का यह हिस्सा सबसे नीचे का हिस्सा है. उमरी गांव से लेकर एयरपोर्ट तक स्लोव बाउंड्रीवाल की तरफ है. बीते दिन हुई तेज बारिश के चलते देर रात एयरपोर्ट और उमरी गांव का पानी बहकर तेजी के साथ आया और बाउंड्री वाल को गिरा दिया. बाउंड्रीवाल का डिजाइन व निर्माण हवाओं के साथ सेल्फ वेट के लिए होता है न की पानी के तेज बहाव को रोकने के लिए होता है. एयरपोर्ट के लगभग साढे 8 किलोमीटर लंबे बाउंड्रीवाल में से 200 फीट बाउंड्रीवाल का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है.''

ग्रिल लगाकर समस्या को किया जाएगा खत्म
एयरपोर्ट के मैंनेजर ने कहा कि, ''हम निर्माण कार्य का दोष नहीं दें सकते. अगर गांव की तरफ से आने वाले बारिश के तेज बहाव वाले पानी की जानकारी हमें पहले से होती तो हाफ वाल तक की ग्रिल लगा दी जाती. बाउंड्रीवाल का पुनः निर्माण करके उसमें ग्रिल लगाई जाएगी. जिसके बाद बाउंड्रीवाल की टूटने की समस्या समाप्त हो जाएगी. बहुत ज्यादा बरिश होने के चलते बाउंड्रीवाल क्षतिग्रस्त हुआ है. ग्रिल के लगने से दीवार में पानी का लोड नहीं पड़ेगा और बारिश का पानी बहकर निकल जाएगा. पिछले वर्ष हुई बारिश और पानी के तेज बहाव के कारण बाउंड्रीवाल का एक हिस्सा टूटा था जिसे ग्रिल लगाकर ठीक किया गया था.''

एयरपोर्ट की बाउंड्रीवाल के निर्माण पर भ्रष्टाचार के आरोप
समाजसेवी बीके माला ने एयरपोर्ट की बाउंड्रीवाल के निर्माण कार्य को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि, ''शहर में बने राष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट का विकास महज कुछ घंटों की बारिश में ही देखने को मिल गया. तकनीकी स्वीकृति और किस प्लानिंग के तहत एयरपोर्ट की बाउंड्री बनाई गई यह समझ से परे है. आखिर क्यों बाउंड्रीवाल धाराशायी हुई. मानक और मापदंडों को ताक पर रखकर गुणवत्ता विहीन बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य किया गया था. जो कई करोड़ के व्यापक भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा है. इसका जीता जागता सबूत एयरपोर्ट की टूटी हुई बाउंड्रीवाल जनता के सामने है.''