नगर परिषद कर्मी की संदिग्ध मौत: पेड़ से लटका मिला शव, हाथ पर मिला आखिरी संदेश

सतना: मध्य प्रदेश में सतना जिले के नागौद कस्बे में बुधवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब नगर परिषद में कार्यरत एक युवक का शव रामना ग्राउंड स्थित पार्क में एक शीशम के पेड़ से फांसी पर झूलता मिला है। मृतक की पहचान सुदामा कोरी के रूप में हुई है। सुदामा कोरी नगर परिषद में उद्यान विभाग में पदस्थ था। घटना की जानकारी मिलते ही नागौद पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। शव को फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया है। पुलिस शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या का मामला मान रही है। लेकिन परिजन इसे प्रताड़ना का परिणाम बता रहे हैं।

आरक्षक पर गंभीर आरोप

मृतक के परिजनों ने देवेन्द्रनगर थाने में पदस्थ आरक्षक आशीष कोरी पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया। उन्होंने नागौद-जसो मार्ग पर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया। परिवार ने बताया कि सुदामा के पिता ने एक वर्ष पूर्व आत्महत्या की थी। जिसके लिए आशीष कोरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया था। मंगलवार को इसी मामले में गवाही के लिए आशीष कोरी नागौद आया था। जहां उसने कथित रूप से सुदामा को धमकी दी। परिजनों का आरोप है कि उसी धमकी से मानसिक तनाव में आकर सुदामा ने आत्मघाती कदम उठाया है।

हाथ पर लिखा मिला आरक्षक का नाम

घटनास्थल से जो सबसे चौंकाने वाला पहलू सामने आया है। वह यह कि सुदामा के हाथ पर पेन से लिखा हुआ था कि देवेन्द्रनगर के आशीष कोरी के पीछे जान दे रहा हूं, मेरे घर-परिवार को कुछ नहीं होना चाहिए। यह बात संदेह को और गहरा कर रही है। टीआई अशोक पांडे ने बताया कि मामला संवेदनशील है और पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। तकनीकी पहलुओं की भी छानबीन की जा रही है।

परिजनों में आक्रोश

घटना के बाद नागौद कस्बे में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से दोषी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जांच निष्पक्ष और त्वरित होगी, और यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।