दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर GRP ने कुछ दिनों पहले केरल से आईं दो मलयाली ननों को गिरफ्तार किया था। ये कार्रवाई ह्यूमन ट्रैफिकिंग और कंवर्जन के मामले में की गई थी. 9 दिन बाद दुर्ग जेल में बंद दोनों ननों को सशर्त बेल दे दी गई है। दोनों ननों की जमनात को लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गई है। इस मामले में PCC चीफ दीपक बैज ने हमला बोला है. वहीं, CM विष्णु देव साय और गृह मंत्री विजय शर्मा का भी बयान सामने आया है।
PCC चीफ ने कहा- ‘सच्चाई की जीत हुई
दोनों मलयाली ननों की जमानत पर PCC चीफ दीपक बैज की प्रतक्रिया सामने आई हैv उन्होंने कहा- ‘दोनों ननों को आज NIA कोर्ट ने जमानत दे दी है. कहीं न कहीं न सच्चाई की जीत हुई है। BJP हमेशा धर्मांतरण की राजनीति करती है. अपनी नाकामी और कमजोरी को छुपाने बीजेपी ध्रुवकरण की राजनीति की है। आदिवासी बच्चियां खुलकर कह रही हैं। सरकार ने डराने-धमकाने की पूरी कोशिश की। बच्चियों ने खुलकर कहा कि वह अपनी मर्जी और परिजनों की सहमति से जा रही हैं। न्यायालय ने इस आधार पर जमानत दी. सच्चाई की जीत हुई है।
प्रक्रिया के तहत जमानत मिलती है
दोनों ननों को जमानत मिलने पर CM विष्णु देव साय ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के तहत जमानत मिलती है।
कार्रवाई के पीछे तथ्य हैं
ननों की जमानत पर प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा- ‘जो कार्रवाई हुई है. उसके पीछे तथ्य हैं। अबूझमाड़ में स्कूल खोलना तक मुश्किल है। बच्चों को आगरा ले जाएंगे तो जांच की जरूरत तो है, मामले की जांच जरूर होगी और पूरी जांच होगी।
ननों के खिलाफ FIR दर्ज करने वालों के खिलाफ शिकायत
दोनों ननों के खिलाफ मानव तस्करी और कंवर्जन की FIR दर्ज कराने वालों के खिलाफ क्रिश्चियन समुदाय केस दर्ज सकता है। LDF की सांसद वृंदा करात ने दोनों ननों को जमानत मिलने के बाद एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा- ‘बीजेपी, RSS, बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी के खिलाफ केस दर्ज करेंगे। नन्स और आदिवासियों के साथ हिंसा कर झूठा केस दर्ज करने वालों पर कार्रवाई करेंगे।कल तक जो सरकार नन्स की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे, आज NIA ने उन्हें रिहा कर दिया है। हम खुश हैं उनके खिलाफ हुए केस को वापस लेने का संघर्ष जारी रहेगा। साथ ही झूठा FIR कराने वालों पर हम केस दर्ज करने का कम करेंगे।
NIA कोर्ट ने दो ननों को दी जमानत
दुर्ग रेल्वे स्टेशन से ह्यूमन ट्रैफिकिंग और कंवर्जन के आरोप में गिरफ्तार की गई दो मलयाली ननों को 2 अगस्त को बिलासपुर NIA कोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी है। इसके पहले 1 अगस्त 2025 को इस मामले में NIA कोर्ट में सुनवाई हुई थी। यह सुनवाई दोनों ननों की बेल एप्लीकेशन पर हुई थी। जहां कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। इसके बाद अब उन्हें जमानत दी गई है।