मोदी ने बनारस को दी बड़ी सौगात, देखिए किन-किन योजनाओं का हुआ शिलान्यास और लोकार्पण

    वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस को 22 सौ करोड़ रुपये की परियोजनाओं का तोहफा दिया है। इसका उद्देश्य बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, शहरी विकास और सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करना है। साथ ही उन्‍होंने पीएम-किसान योजना की 20वीं किस्त के तहत 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को 20,500 करोड़ रुपये से अधिक राशि भी ट्रांसफर की।

    इन परियोजनाओं का किया लोकार्पण

    • वाराणसी-भदोही मार्ग और छितौनी-शूल टंकेश्वर मार्ग के चौड़ीकरण परियोजना का उद्घाटन।
    • मोहन सराय-अदलपुरा मार्ग पर भीड़भाड़ कम करने के लिए हरदत्तपुर में रेलवे ओवरब्रिज का उद्घाटन।
    • दालमंडी, लहरतारा-कोटवा, गंगापुर, बाबतपुर में सड़क चौड़ीकरण।
    • कच्चे घाटों के पुनर्विकास, कालिका धाम में विकास कार्यों, शिवपुर स्थित रंगीलदास कुटिया में तालाब सौंदर्यीकरण का उद्घाटन।
    • जल जीवन मिशन के अंतर्गत 47 ग्रामीण पेयजल योजनाओं का उद्घाटन।
    • नगर निगम सीमा के अंदर 53 स्कूल बिल्डिंग्स के अपग्रेडेशन का उद्घाटन।
    • एक नए जिला पुस्तकालय का निर्माण और जखिनी, लालपुर स्थित सरकारी उच्च विद्यालयों का पुनरुद्धार।
    • महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र, होमी भाभा कैंसर अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी और सीटी स्कैन सुविधाओं का उद्घाटन।
    • डॉ. भीमराव अंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम में सिंथेटिक हॉकी टर्फ का उद्घाटन।
    • काशी संसद प्रतियोगिता के अंतर्गत कई आयोजनों और प्रतियोगिताओं के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल का उद्घाटन।
    • कई दिव्यांगजनों और वृद्धजनों को 7,400 से ज्यादा सहायक उपकरण भी वितरित किए गए।

    इन परियोजनाओं की रखी गई आधारशिला

    • एक होम्योपैथिक कॉलेज और अस्पताल की आधारशिला।
    • प्रादेशिक सशस्त्र बल (PAC) रामनगर में 300-क्षमता वाले बहुउद्देशीय हॉल का उद्घाटन और त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) बैरक की आधारशिला।
    • लेवल क्रॉसिंग 22सी और खालिसपुर यार्ड पर रेलवे ओवरब्रिज की आधारशिला।
    • 880 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाली बिजली के बुनियादी ढांचे को भूमिगत करने की आधारशिला।
    • कर्दमेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य, कई स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मस्थली करखियांव के विकास, सारनाथ, ऋषि मांडवी और रामनगर अंचल में नगर सुविधा केंद्रों, लमही में मुंशी प्रेमचंद के पैतृक घर के पुनर्विकास और संग्रहालय के रूप में उसके उन्नयन आदि कार्यों की आधारशिला।
    • कंचनपुर में शहरी मियावाकी वन के विकास और शहीद उद्यान, 21 अन्य पार्कों के पुनर्विकास एवं सौंदर्यीकरण की आधारशिला।
    • रामकुंड, मंदाकिनी, शंकुलधारा आदि सहित विभिन्न कुंडों में जल शोधन एवं रखरखाव कार्यों की आधारशिला।