पटना: बिहार में वोटर लिस्ट को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। अभी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के दो वोटर आईडी का मामला चल ही रहा था कि अब राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के नाम पर दो वोटर आईडी का मामला सामने आने से सियासी गलियारों में हलचल है। कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के नाम पर दो वोटर आईडी हैं। विजय सिन्हा का नाम दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में दर्ज है। बिहार कांग्रेस ने अपने ‘एक्स’ हैंडल से की गई पोस्ट में लिखा है कि सबसे बड़े फ्रॉड तो उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा निकले। साहब दो जगह के मतदाता हैं-लखीसराय और बांकीपुर, पटना। साहब ने दोनों जगह एसआईआर फार्म भी भरा है। दोनों जगह ड्राफ्ट में उनका नाम भी आ गया है। कांग्रेस ने कहा कि महत्त्वपूर्ण सवाल है कि यह कैसे हुआ? क्या वे पिछले चुनावों में दोनों जगह वोट दे रहे थे, तो क्या चुनाव आयोग ने उन्हें दो मताधिकार दिए हैं। नियम के खिलाफ जाकर दो जगह से एसआईआर फार्म क्यों भरा? चुनाव आयोग ने दो जगह से नाम कैसे ड्राफ्ट में डाल दिया। कब होगी इस फ्रॉड पर एफआईआर, कब होगा इस्तीफ़ा। क्या चुनाव आयोग के नियम सिर्फ दलितों, पिछड़ों, गरीबों, मजदूरों के लिए हैं, भाजपाइयों के लिए नहीं। उधर, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया।
उन्होंने कहा कि एक जगह से नाम हटाने का फॉर्म मैंने भरा है। उन्होंने कहा कि पहले पटना में मेरे पूरे परिवार का नाम था। अप्रैल 2024 में मैंने अपना नाम लखीसराय विधानसभा में जोडऩे के लिए आवेदन किया। यहां से विलोपित करने का भी फॉर्म भरा था। किसी टेक्निकल कारण से उनका नाम एक जगह से नहीं हट पाया था, इसलिए दोबारा बीएलओ को आवेदन देकर नाम हटाने को कहा है। पांच अगस्त को ही इसका फार्म भर दिया था। उन्होंने बीते लोकसभा चुनाव में सिर्फ लखीसराय से ही वोटिंग की थी। उधर, तेजस्वी यादव ने विजय सिन्हा के दो आईडी को लेकर पीएम मोदी पर तंज किया। तेजस्वी ने कहा कि यह हैं मोदी जी के खासमखास बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा। ये दो अलग-अलग जिलों के दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के दो अलग-अलग जगह के मतदाता हैं। लखीसराय जिले के लखीसराय विधानसभा क्षेत्र से और पटना जिले की बांकीपुर, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से। इनके पास दो दो अलग-अलग वोटर आईडी हैं। बता दें, हाल ही में एनडीए ने चुनाव आयोग से तेजस्वी यादव के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की थी। आरोप था कि उनके पास दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में वोटर आईडी हैं। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव से भी जवाब मांगा है। अब विजय सिन्हा के नाम पर यह दावा सामने आने से मामला और भी गंभीर हो गया है।