मुंबई : भारत के स्वतंत्रता सेनानी 'मंगल पांडे' ने देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी जिंदगी पर आधारित फिल्म 'मंगल पांडे: द राइजिंग' बनी है। साल 2005 में रिलीज हुई इस फिल्म में आमिर खान, रानी मुखर्जी, अमीषा पटेल, टोबी स्टीफेंस और किरण खेर ने अहम किरदार निभाया। केतन मेहता के निर्देशन में बनी इस फिल्म के निर्माता बॉबी बेदी, केतन मेहता और दीपा साही हैं। आज इस फिल्म को 20 साल पूरे हो गए हैं। आइए फिल्म से जुड़े कुछ किस्से जानते हैं।
आमिर खान ने बढ़ाई थीं मूछें और बाल
'मंगल पांडे: द राइजिंग' में अहम किरदार निभाने के लिए आमिर खान ने बहुत मेहनत की थी। वह इस फिल्म में रियल दिखना चाहते थे इसलिए उन्होंने फिल्म में विग लगाने के बजाए अपने बालों को बढ़ाया था। उन्होंने अपनी मूंछों को भी बढ़ा लिया था। आमिर ने इस फिल्म से चार वर्षों के बाद बड़े पर्दे पर वापसी की थी। इससे पहले उन्होंने फिल्म 'दिल चाहता है (2001)' में अभिनय किया था।
आमिर नहीं अमिताभ थे पहली पसंद
फिल्म के निर्देशक केतन मेहता सबसे पहले यह फिल्म 1988 में बनाना चाहते थे। इस फिल्म में वह आमिर खान को नहीं बल्कि अमिताभ बच्चन को लेना चाहते थे। उनका कहना था कि अमिताभ बच्चन मंगल पांडे के रोल को बेहतर निभा सकते थे। हालांकि उस वक्त बात नहीं बन पाई। इसके बाद इस फिल्म में आमिर खान को लीड रोल के लिए चुना गया।
ऐश्वर्या राय की जगह अमीषा को लिया गया
फिल्म में ज्वाला का रोल निभाने के लिए सबसे पहले ऐश्वर्या राय बच्चन से संपर्क किया गया। उन्होंने आखिरी वक्त में इस रोल को निभाने से मन कर दिया। इसके बाद रानी मुखर्जी को स्क्रिप्ट पढ़ने और उस भूमिका को निभाने पर विचार किया गया। रानी ने फिल्म में हीरा की भूमिका पसंद की और उसे निभाया। फिल्म में ज्वाला की भूमिका अमीषा पटेल को दी गई।
आमिर के कहने पर अमीषा को कास्ट किया
'मंगल पांडे: द राइजिंग' में आमिर खान के कहने पर अमीषा पटेल को लिया गया था। दरअसल एक गेम शो के दौरान अमीषा के आईक्यू लेवल से आमिर खान बहुत प्रभावित हुए। इसके बाद निर्देशक केतन मेहता ने अमीषा पटेल को फिल्म में लिया था। वह इस फिल्म में नो मेकअप लुक में थीं। आमिर खान ने ही अमीषा को ऐसा करने के लिए कहा था। फिल्म में उनके अभिनय की काफी तारीफ हुई।
अभिनेता ने ठुकराई थी फिल्म
फिल्म 'मंगल पांडे: द राइजिंग' में टोबी स्टीफेंस ने बेहतरीन किरदार निभाया है। हालांकि फिल्म में अभिनय करने के लिए वह पहली पसंद नहीं थे। कैप्टन विलियम गॉर्डन की भूमिका को निभाने के लिए पहले ह्यूग जैकमैन को चुना गया था। उन्होंने इस भूमिका को निभाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद टोबी स्टीफेंस को इसके लिए चुना गया। उन्होंने इस किरदार में जान डाल दी।
आमिर ने तलाक के बाद शूटिंग की
आमिर खान ने पहली शादी 1986 में रीना दत्ता से की थी। उस वक्त आमिर खान 21 साल के थे और रीना दत्ता 19 साल की थीं। शादी के 16 साल के बाद आमिर खान और रीना दत्ता का 2002 में तलाक हो गया। तलाक के बाद वह अवसाद में चले गए थे और शराब पीने लगे थे। इसके बाद उन्होंने फिल्म 'मंगल पांडे: द राइजिंग' में अभिनय किया था। फिल्म रिलीज होने के बाद आमिर ने 28 दिसंबर 2005 को किरण राव के शादी की थी।
आमिर खान साथी कलाकारों के लिए करते थे परफॉर्म
बताया जाता है कि फिल्म 'मंगल पांडे: द राइजिंग' की शूटिंग के दौरान जब साथी कलाकार ऊब जाते थे तो आमिर खान उनका मनोरंजन करते थे। वह अपनी फिल्मों के मशहूर गानों पर परफॉर्म करते थे। वह एक टीवी एड में बने नेपाली गाइड की भूमिका की मिमिक्री करते थे। आमिर के इस अंदाज से फिल्म में काम करने वाले लोग काफी खुश थे।
फिल्म पर पाबंदी लगाने की हुई थी मांग
फिल्म रिलीज के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इस फिल्म पर बैन लगाने की मांग की थी। पार्टी का इल्जाम था कि इसमें झूठ दिखाया गया है और मंगल पांडे के किरदार को गलत तरीके से पेश किया गया है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा था कि फिल्म में मंगल पांडे को एक वेश्या के घर जाते हुए दिखाया गया है। समाजवादी पार्टी की मांग थी कि फिल्म पर बैन लगाया जाए।
कान फिल्म फेस्टिवल में हुआ था प्रीमियर
फिल्म 'मंगल पांडे: द राइजिंग' ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया था। 37 करोड़ की लागत में बनी इस फिल्म ने 52.57 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। 2005 में यह फिल्म कान फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई थी। यह फिल्म साल 2005 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक थी। इसका म्यूजिक एआर रहमान ने दिया था।