इंदौर में राजा रघुवंशी के घर पहुंचा फर्जी टीआई, पिता से करने लगा पूछताछ

इंदौर।  इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में हर दिन कोई ना कोई नई बात सामने आ रही है। गुरुवार यानी 14 अगस्त को एक शख्स पुलिस की वर्दी में राजा के घर पहुंच गया। यहां वह राजा के पिता से पूछताछ करने लगा, राजा मां ने बेटों को फोन करके इस बारे में पूरी जानकारी दी।

नकली टीआई ने राजा के घर पहुंचकर की पूछताछ

दरअसल, गुरुवार के दिन राजा का भाई विपिन रघुवंशी घर पर नहीं था। पुलिस की वर्दी में नकली टीआई घर पहुंच कर राजा के पिता से बात कर रहा था। तभी शाम लगभग 6 बजे मां उमा रघुवंशी ने विपिन को फोन करके बताया कि एक पुलिसकर्मी वर्दी में घर आया है। उसके कंधे पर तीन स्टार लगे हैं, जब विपिन उसके बारे में मां से नाम और पहचान पूछा तो मां ने कहा कि पिताजी उस व्यक्ति से बात कर रहे हैं।

राजा मेरा दोस्त था

इस मामले की जानकारी मिलने के बाद राजा रघुवंशी के भाई विपिन और सचिन घर पहुंचे। उन्होंने जब उस व्यक्ति से पूछताछ की, तो उसने खुद को रेलवे में पदस्थ बताते हुए उज्जैन में पोस्टिंग की बात कही और अपना नाम बजरंग लाल बताया। उसने दावा किया कि राजा रघुवंशी उसका दोस्त था, उन दोनों की मुलाकात साल 2021 में महाकाल मंदिर में हुई थी।

आईडी मांगने पर बहस करने लगा

जब विपिन को उसके बातों पर संदेह हुआ। तभी विपिन ने उससे कहा कि उस समय कोविड का समय था और लॉकडाउन चल रहा था।उस समय राजा कहीं आता-जाता नहीं था। जब बजरंग से आईडी कार्ड मांगा तो वह कोई जवाब नहीं दे पाया। उसने बात को घुमाना शुरू कर दिया और बहस करने लगा। इसके बाद देर रात को विपिन रघुवंशी ने राजेंद्र नगर पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूछताछ की और नकली टीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे थाने ले आई।

राजा की मौत का दुख बांटने आया हूं

नकली टीआई ने कहा कि वह राजा की मौत का दुख साझा करने आया है। पुलिस मौके पर पहुंची और जब जांच की गई तो पता चला कि बजरंग लाल रेलवे का कर्मचारी नहीं है और ना ही वह कोई पुलिस अधिकारी है। उसके पास कोई नियुक्ति आदेश या पहचान पत्र भी नहीं था।

पूछताछ के बाद कबूला झूठ

राजेंद्र नगर थाना टीआई नीरज बिरथरे ने जब सख्ती से पूछताछ की, तो आरोपी ने स्वीकार किया कि वह झूठ बोल रहा था. उसने बताया कि सोशल मीडिया पर राजा की मौत की खबर देखकर वह परिवार को ठगने के इरादे से आया था. पूछताछ में यह भी सामने आया है कि बजरंग लाल पहले भी नकली पुलिसकर्मी बनकर वारदात कर चुका है. वहीं पुलिस के मुताबिक, नकली टीआई की पहचान राजस्थान में रतनगढ़ निवासी बजरंग लाल जाट के रूप में हुई है.