नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने आरएसएस के 100 साल पूरे होने पर दुनिया का सबसे बड़ा गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) बताकर राष्ट्र निर्माण में उसके योगदान को सराहा।
पीएम मोदी ने कहा कि आरएसएस ने पिछले 100 सालों से व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के सिद्धांत पर काम करते हुए मां भारती की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया है। उन्होंने आरएसएस को 100 साल के इतिहास वाला एक ऐसा संगठन बताया जिसके पास निष्ठा और समर्पण का इतिहास है।
इस मौके पर, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया और भारत को एक अनोखा देश बताया, जिसका उद्देश्य दुनिया में शांति और खुशी फैलाना है। उन्होंने कहा कि भारत का धर्म दुनिया के साथ साझा किया जाना चाहिए ताकि एक नई दुनिया का निर्माण हो सके जो शांति और सुख से भरी हो। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की आजादी का उद्देश्य हर व्यक्ति को सुख, हिम्मत, सुरक्षा, शांति और सम्मान देना है।
इस साल लाल किले के समारोह में करीब 5,000 विशेष मेहमान शामिल हुए। इनमें स्पेशल ओलंपिक 2025 की भारतीय टीम, अंतरराष्ट्रीय खेलों के विजेता, खेलो इंडिया पैरा गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता और राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन के तहत प्रशिक्षित किसान शामिल थे। समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्य मंत्री संजय सेठ और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भी हिस्सा लिया। 128 जवानों की एक टुकड़ी ने सलामी गारद पेश की, जिसकी अगुवाई विंग कमांडर अरुण नागर ने की।
पीएम मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रंशसा की, दुनिया का सबसे बड़ा गैर-सरकारी संगठन बताया
