नई दिल्ली: नासा के एक्सिओम-4 (एएक्स-4) अंतरिक्ष मिशन को पूरा करने के बाद 15 जुलाई को पृथ्वी पर लौटे भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला रविवार तड़के दिल्ली पहुंचे. पहली बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में जाने वाले भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला करीब एक साल बाद भारत लौटे हैं.
रविवार तड़के दिल्ली IGI एयरपोर्ट पर उनका स्वागत उनके पिता, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया. शुभांशु शुक्ला आज पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे. इसके बाद वह इसके बाद वह बेंगलुरु जाएंगे. 23 अगस्त को इसरो के इंटरनेशनल स्पेस डे सेलिब्रेशन में शामिल होंगे. इसके बाद वे लखनऊ आ सकते हैं.
"भारत के लिए गौरण का क्षण"
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार तड़के भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का दिल्ली पहुंचने पर स्वागत किया और इसे भारत और इसरो के लिए गौरव का क्षण बताया.
लखनऊ के त्रिवेणी नगर के रहने वाले एस्ट्रोनॉट और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला का स्वागत बेहद गर्मजोशी के साथ किया गया. केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा
"भारत के लिए गर्व का क्षण! इसरो के लिए गौरव का क्षण! पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इसे सुगम बनाने वाली व्यवस्था के प्रति कृतज्ञता का क्षण. भारत का अंतरिक्ष गौरव भारतीय धरती को छूता है. क्योंकि भारत माता के प्रतिष्ठित सपूत, गगनयात्री शुभ्रांशु शुक्ला आज तड़के सुबह दिल्ली पहुंचे. उनके साथ एक और समान रूप से कुशल ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर भी थे, जो भारत के पहले मानव मिशन गगनयान के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्रियों में से एक थे और अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन आईएसएस के मिशन के लिए भारत के नामित बैकअप थे".
आगे उन्होंने कहा, नई दिल्ली हवाई अड्डे पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, इसरो के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन और बाद में छात्रों के एक समूह द्वारा स्वागत किए जाने पर मुझे बहुत खुशी हुई. बता दें शुक्ला नासा के एक्सिओम-4 अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा थे, जो 25 जून को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना हुआ था. वह 15 जुलाई को कैलिफ़ोर्निया के तट से उतरकर पृथ्वी पर वापस लौटे. वह 41 वर्षों में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बने.
भारत लौटने से पहले, शुक्ला ने एक्स के बारे में एक भावुक नोट साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने साल भर के प्रशिक्षण और मिशन के दौरान बने रिश्तों को याद किया. उन्होंने लिखा,
"भारत वापस आने के लिए विमान में बैठते ही मेरे दिल में कई तरह की भावनाएँ उमड़ रही हैं. मुझे उन शानदार लोगों को पीछे छोड़कर जाने का दुख है जो इस मिशन के दौरान पिछले एक साल से मेरे दोस्त और परिवार थे. मैं मिशन के बाद पहली बार अपने सभी दोस्तों, परिवार और देश के सभी लोगों से मिलने के लिए भी उत्साहित हूँ. मुझे लगता है कि ज़िंदगी यही है – सब कुछ एक साथ."
बता दें कि Axiom Mission 4 के तहत शुभांशु शुक्ला 25 जून को कमांडर मिशन अमेरिका के पैगी व्हिटसन, मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नानस्की-विस्निविस्की और हंगरी के टिबोर कापू के साथ फाल्कन-9 रॉकेट से अंतरिक्ष की उड़ान पर रवाना हुए थे. 26 जून को भारतीय समय अनुसार 4:01 पर वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचे थे. 18 दिन वहां रहने के बाद 15 जुलाई को वापस धरती पर लौटे थे. कैलिफोर्निया के पास समुद्र में लैंड हुए थे. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से लौट के बाद शब्द डॉक्टरों की निगरानी में थे और रोज 4 घंटे तक चलने और दूसरी एक्टिविटी की प्रैक्टिस करते थे.