नई दिल्ली: मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और जलभराव के कारण स्थिति खराब हो गई। मंगलवार को मुंबई के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात रहे। जगह-जगह पानी भर गया। रेल, बस, हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। मोनोरेल सर्विस पर भी असर पड़ा। मैसूर कॉलोनी रेलवे स्टेशन के पास शाम छह बजे एक मोनोरेल एलिवेटेड ट्रैक पर अटक गई। ट्रेन में मौजूद 500 से ज्यादा यात्रियों को विंडो तोडक़र क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया। एमएमआरडीए ने बताया कि भीड़ बढऩे की वजह से ऐसा हुआ।
बीते दो दिन में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से आठ नांदेड़ से थे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि करीब 500 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। सीएम ने कहर कि इस घटना की जांच करवाई जाएगी मुंबई में पिछले 84 घंटों में 500 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। मूसलाधार बारिश के कारण मुंबई के यातायात की रफ्तार थम गई है। इससे न केवल आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित किया, बल्कि बाढ़ जैसी स्थिति के कारण कई जानें भी चली गईं।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में 19 गांवों से संपर्क टूटा
उत्तराखंड में भी बारिश जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। पिथौरागढ़ में भारी बारिश और पत्थर गिरने के कारण मुनस्यारी-मिलम रोड समेत 19 गांवों की सडक़ें बंद हो गईं। वहीं यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से मंगलवार को 47 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसमें से 33 हजार क्यूसेक पानी यमुना की ओर मोड़ा गया है। 36 से 48 घंटों में इसके दिल्ली पहुंचने का अनुमान है। यूपी के मुरादाबाद में रामगंगा नदी में बाढ़ आने से फसलें बर्बाद हो गईं।