नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली में चीन के विदेश मंत्री वांग यी से अपने आवास पर मुलाकात की। इससे पहले, राजधानी में वांग यी के साथ कई उच्चस्तरीय वार्ताएं हुई थीं। इस दौरान दो एशियाई दिग्गजों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और मजबूत करने की दिशा में काम करने में जोर दिया गया। खास बात यह है कि चीन भारत को खाद, रेयर अर्थ मटेरियल और टनल बोरिंग मशीन की सप्लाई करने को तैयार हो गया है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारत के विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर को आश्वासन दिया कि भारत की इन जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
वांग यी सोमवार को दो दिन के दौरे पर भारत पहुंचे थे। उन्होंने सोमवार देर शाम जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बातचीत की थी। चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक वांग यी ने कहा कि दुनिया में हालात तेजी से बदल रहे हैं। फ्री ट्रेड और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। भारत और चीन, जो सबसे बड़े विकासशील देश हैं और जिनकी आबादी मिलकर 2.8 अरब से ज्यादा है, उन्हें जिम्मेदारी दिखाते हुए एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए।
बॉर्डर पर शांति से खुश है चीन
अमरीका से टैरिफ पर तनाव के बीच भारत के लिए पड़ोसी देश चीन से राहत की खबर आई है। दोनों देशों के रिश्ते में सुधार हो रहा है और सीमा पर स्थिरता बहाल हो रही है। रिश्तों में सुधार के संकेत चीन के विदेश मंत्री वांग यी और एनएसए अजीत डोभाल के बीच मुलाकात के दौरान दिखे। चीनी विदेश मंत्री ने मुलाकात के दौरान कहा कि उन्हें खुशी है कि अब सीमाओं पर स्थिरता बहाल हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह भारत और चीन के रिश्तों में सुधार का सही वक्त है। इससे दोनों देशों के विकास को रफ्तार मिलेगी।
वांग यी ने मीटिंग के दौरान कहा कि पिछले साल के अंत में विशेष प्रतिनिधियों की 23वीं दौर की बातचीत बहुत अच्छी रही। उस बैठक में हमने मतभेदों को दूर करने के साथ सीमाओं पर स्थिरता के लिए सहमति बनाई थी, जो कि अहम साबित हुई। हमने विशेष लक्ष्य भी बनाए थे। इस बात की खुशी है कि अब सीमाओं पर स्थिरता बहाल हो गई है।