गाजियाबाद: आला हजरत हज हाउस को लेकर हाल ही में एनबीटी में प्रकाशित खबर के बाद अब हज कमिटी की ओर से औपचारिक सर्कुलर जारी किया गया है जिससे यह जानकारी सभी लोगों तक साफ और पारदर्शी तरीके से पहुंच सके। टीम ने बताया कि हालांकि इसका प्रस्ताव आया था लेकिन जानकारी पब्लिक नहीं थी। अभी तक इस जानकारी को सिर्फ पर्ची काटकर लखनऊ मुख्यालय तक भेजने की औपचारिकता निभाई जा रही थी, जिससे बेहद कम लोगों को ही इसकी जानकारी थी। गाजियाबाद से हज हाउस के पदाधिकारियों ने बताया कि बुकिंग की कीमत 25 हजार रुपये तय की गई है।
गाजियाबाद से इस प्रॉजेक्ट को मैनेज कर रही टीम का कहना है कि यह पहल लंबे समय तक टिकती नजर नहीं आ रही। इसकी मुख्य वजह है कि हज हाउस परिसर में आए दिन होने वाली चोरियों और इसके बाहर फैला अतिक्रमण है। हज हाउस के आसपास स्लम एरिया और अनधिकृत पार्किंग की समस्या ने हालात को और बिगाड़ दिया है।
चोरी की घटनाओं ने बिगाड़ा काम
हाजी रहसुद्दीन ने बताया कि जिन परिवारों ने यहां शादी समारोह किए, के अक्सर साफ सफाई नहीं करके जाते जिससे टीम की चिंता बढ़ जाती है। हज कमिटी की ओर से इन समस्याओं को हल करने के लिए संबंधित थाने में चिट्ठी लिखी है। चोरी की घटनाओं को रोकने और कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई है।
52 करोड़ में बने हज हाउस की हालत खराब
दरअसल, वर्ष 2014 में 52 करोड़ की लागत से बने आला हजरत हज हाउस की स्थिति दयनीय हो गई है। इसके बाद इसको लेकर नया निर्णय सामने आया है। हिंडन नदी के किनारे जीटी रोड पर 2016 में बने हज हाउस में अब शादी ब्याह के टेंट लग रहे हैं। केवल 25 हजार रुपये जमा कर कोई भी परिवार यहां वैवाहिक आयोजन कर सकता है। इसके लिए यहां की कमेटी से संपर्क करना होगा। हज हाउस कमिटी ने एक पूरा ब्लॉक वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए खोल दिया है।