संघर्ष से सफलता तक का सफर, अब बेटे पर टिकी है एशिया कप में भारत की उम्मीद

नई दिल्ली: एशिया कप का आगाज होने जा रहा है, जिसके लिए टीम इंडिया की तैयारी भी दुबई में शुरू हो चुकी है. टीम इंडिया के साथ इस बार दिल्ली पुलिस में हवलदार की नौकरी करने वाले का बेटा भी शामिल है, जो कि मिजाज से जबरदस्त बल्लेबाज हैं. हवलदार का बेटा एशिया कप में मौका मिलने पर टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकता है. वैसे उसके हवलदार पिता एक पुलिसवाले होने के अलावा माहिर खिलाड़ी भी रह चुके हैं. बेटे में खेल के लिए वो जुनून और जज्बा अपने पिता से ही आया है. हम यहां संजू सैमसन और उनके पिता सैमसन विश्वनाथ की बात कर रहे हैं.

संजू के लिए पिता ने लिया बड़ा फैसला
अपने बेटे के अंदर क्रिकेट के लगाव को सैमसन विश्वनाथ ने बहुत जल्दी भांप लिया और उसके बाद परिवार को दिल्ली से केरल शिफ्ट करने का वो फैसला लिया, जिसने संजू के करियर को सही राह पकड़ा दी. इस दौरान सैमसन विश्वनाथ दिल्ली में रहकर अपनी पुलिस की नौकरी करते रहे.

संजू के पिता सैमसन विश्वनाथ रहे हैं फुटबॉलर
सैमसन विश्वनाथ हालांकि, सिर्फ एक पुलिस वाले नहीं थे. बल्कि वो एक कमाल के भारतीय फुटबॉलर भी रहे हैं. उन्होंने संतोष ट्रॉफी में दिल्ली का प्रतिनिधित्व भी किया है. पिता तो खैर स्टेट लेवल पर अपना खेल खेलकर रह गए. मगर उनके छोटे बेटे संजू ने क्रिकेट में टीम इंडिया की जर्सी पहन ली. और अब वो एशिया कप खेलने के लिए दुबई में है.

एशिया कप से पहले KCL में संजू का धमाका
अच्छी बात ये है कि संजू सैमसन एशिया कप में खेलने के लिए फुल फॉर्म के साथ गए हैं. उन्होंने वहां जाने से पहले केरल क्रिकेट लीग 2025 में अपने बल्ले का जलवा बिखेरा है. एशिया कप से पहले KCL 2025 में खेले 6 मैचों की 5 पारियों में 73.60 की औसत से 368 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 1 शतक लगाया है जबकि उनका स्ट्राइक रेट 186.80 का रहा है.

अब अगर यही फॉर्म बरकरार रहा तो फिर UAE की पिचों पर भी मौका मिलने पर संजू सैमसन के बल्ले से गरज के साथ रन बरसते दिख सकते हैं.