इंदौर: इस वर्ष नवरात्रि के पावन अवसर पर इंदौर एक भव्य और अद्वितीय धार्मिक आयोजन का साक्षी बनने जा रहा है. 22 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक वीआईपी परस्पर नगर में विशाल नवरात्रि महामहोत्सव का आयोजन किया जाएगा. इस आयोजन में कृष्णगिरी पीठाधीश्वर, वसंत विजयानंद गिरिजी महाराज पूजा करेंगे. हजारों भक्त 10 लाख हवन आहुतियां के दौरान एक करोड़ मंत्रों का जाप करेंगे. इस आयोजन के लिए शहर के परस्पर नगर में विशाल नवरात्रि महामहोत्सव के लिए पहली बार भारी भरकम तैयारी की जा रही है.
अध्यात्म और भव्यता का अनुपम संगम
22 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक होने वाले आयोजन को लेकर कृष्णगिरी पीठाधीश्वर पूज्यपाद जगतगुरु आचार्य वसंत विजयानंद गिरिजी महाराज ने बताया, ''मध्य प्रदेश में अपनी तरह के पहले इस आयोजन में 30000 किलो शुद्ध मेवे एवं औषधियां, 20000 किलो पीले, सफेद लाल चंदनादि पवित्र वृक्षों की समिधाएं, 7000 किलो देसी गाय का घी, खजूर, किशमिश, आंवला जैसे दिव्य फल और दुर्लभ जड़ी-बूटियां और अन्य दिव्य सामग्री उपयोग में लाई जाएगी. जो इसे अध्यात्म और भव्यता का अनुपम संगम बनाएंगे.''
10 लाख हवन आहुतियां, 1 करोड़ मंत्र का जाप
उन्होंने कहा, इस दौरान देवी भागवत कथा का भावपूर्ण पाठ एवं व्याख्यान होगा. जिसमें 1 करोड़ कुमकुम अर्चन के अलावा 1 करोड़ मंत्र जाप होगा. वहीं, हवन में शामिल होने वाले भक्तों द्वारा 10 लाख हवन आहुतियां दी जाएगी. 23 रूपों में मां दुर्गा और 12 ज्योतिर्लिंगों की भव्य झांकी का निर्माण किया जाएगा. 11,000 स्वर्ण-लेपित अष्टलक्ष्मी कलशों को 1 करोड़ मंत्र जाप के लिए 10 लाख आहुतियों से सिद्ध किया जाएगा.''
सभी 11,000 कलशों में से प्रत्येक कलश में महालक्ष्मी को आकर्षित करने के लिए विभिन्न दिव्य वस्तुएं रखी जाएंगी. जिनमें दक्षिणावर्ती शंख, नव रत्न, 32 प्रकार के उपरत्न, 32 प्रकार के रत्न, दो दुर्लभ रुद्राक्ष, 999 शुद्धता वाला महालक्ष्मी मुद्रित 5 ग्राम का चांदी का सिक्का, पंचधातु (सोना, चांदी, तांबा, पीतल, कांसा), 154 प्रकार की दुर्लभ औषधियां और ऐसी कुल 451 दिव्य सामग्रियां रखी जाएंगी.