कवर्धा : छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित महतारी वंदन योजना ने कबीरधाम जिले की ग्रामीण महिलाओं के जीवन में नई रोशनी जगाई है। जिले के ग्राम मझगांव की रहने वाली सोहागा बाई साहू आज आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की जीती-जागती मिसाल बन चुकी हैं। सोहागा बाई साहू का जीवन कुछ साल पहले तक संघर्षों से भरा हुआ था। घर-गृहस्थी और खेती-बाड़ी की जिम्मेदारी निभाते हुए भी आर्थिक स्थिति कमजोर थी। इस कारण उन्हें रोजमर्रा के खर्चों के लिए संघर्ष करना पड़ता था, वहीं अब सरकार की योजनाओं ने उनके जीवन को संबल दिया है।
सोहागा बाई को महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने एक हजार रुपये की राशि सीधे उनके खाते में मिल रही है। इस आर्थिक सहयोग से अब वे घर के छोटे-मोटे खर्च आसानी से पूरा कर पा रही हैं। वे कहती हैं कि यह योजना हमारे लिए वरदान साबित हुई है, अब हमें खर्चों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। इसके साथ ही सोहागा बाई का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में भी स्वीकृत हो गया है। जल्द ही उन्हें अपना पक्का घर मिलने जा रहा है। परिवार को स्थायी आवास मिलने की खुशी उनके चेहरे पर साफ झलकती है।
सोहागा बाई बताती है कि खेती-किसानी उनका प्रमुख सहारा है। उनके पास थोड़ा सा जमीन है और उसी पर वे मेहनत से खेती कर रही हैं। अनाज और सब्ज़ी की पैदावार से परिवार की जरूरतें पूरी होने के साथ-साथ अतिरिक्त आमदनी भी हो रही है। उन्होंने बताया कि परिवार में बेटा और बहू भी उनका सहयोग करते हैं। खास बात यह है कि उनकी बहू को भी महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति और मजबूत हो गई है।
सोहागा बाई साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की संवेदनशील सरकार ने महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए जो कदम उठाए हैं, वह ऐतिहासिक हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी बदौलत आज हम महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और सम्मान के साथ जीवन जी पा रही हैं। सोहागा बाई साहू की सफलता की कहानी इस बात का प्रमाण है कि जब सरकारी योजनाएं सही हाथों तक पहुंचती हैं, तो ग्रामीण महिलाओं का जीवन न सिर्फ खुशहाल बनता है बल्कि वे समाज में सशक्त भूमिका निभाने लगती हैं।