किसानों की भूख-प्यास और परेशानियों के बीच प्रशासन की बेरहमी, खाद मांगने पर लाठियां और मुक़दमे, सीएम के आदेश नाकाम

उमरिया: रीवा और उमरिया में खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं। सरकार खाद की कमी दूर करने की कोशिश कर रही है। लेकिन सच्चाई यही है कि किसानों को खाद मिलने में दिक्कत हो रही है। रीवा में किसानों पर लाठीचार्ज हुआ। इसके बाद CM मोहन यादव ने खाद वितरण की समीक्षा की। उन्होंने किसानों को बिना परेशानी खाद देने के निर्देश दिए। उमरिया में खाद के लिए लाइन में लगे किसान को पुलिस ने पीटा और उस पर मामला दर्ज कर दिया।

1000 रुपए तक में बेच रहे खाद
उमरिया जिले के मानपुर में खाद गोदाम पर किसानों की भीड़ है। किसान खाद के लिए परेशान हैं। उन्हें खाद की जगह मार और मुकदमे मिल रहे हैं। किसान अनिल यादव ने बताया कि खाद विक्रेता ने उसके साथ मारपीट की। पुलिस ने उसे पीटा और उस पर मुकदमा कर दिया। किसान रघुवीर पटेल चार दिन से लाइन में लग रहे हैं। उन्हें टोकन मिला है, लेकिन वह भी नहीं चल रहा है। उनका कहना है कि इस साल जैसी परेशानी कभी नहीं हुई। लोग 600-650 रुपये में खाद बेच रहे हैं। कुछ लोग 1000 रुपये तक में खाद बेच रहे हैं।

5 दिन से लाइन में लगे किसान
किसान बृज विशाल पटेल 5 दिन से लाइन में लग रहे हैं। उन्होंने बताया कि धूप में लोगों की हालत खराब हो रही थी। पीने को पानी तक नहीं था। एक महिला ने उन्हें पैसे लेकर खाद दी। गैर न्यायिक तहसीलदार रामलाल पनिका ने कहा कि खाद आते ही वितरित की जा रही है। लेकिन किसान सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने मारपीट की बात से इनकार किया है। उनका कहना है कि 'मारपीट नहीं की गई है।'

खाद के नाम पर हो रही रिश्वतखोरी
किसानों का आरोप है कि खाद महंगी मिल रही है और रिश्वतखोरी हो रही है। सरकार किसानों को सुविधा देने की बात कर रही है। लेकिन खाद की कालाबाजारी हो रही है। किसान लाठी खाने को मजबूर हैं। तहसीलदार सफाई दे रहे हैं। सीएम के निर्देश के बाद भी जिला प्रशासन किसानों को खाद वितरण नहीं करवा पा रहा है।