मैहर में शिवराज, मां शारदा के दर्शन कर किसानों से संवाद, बोले- किसानी में स्वदेशी फॉर्मूला अपनाएं

मैहर : केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को एमपी के मैहर पहुंचे. शिवराज ने मैहर शक्तिपीठ में मां शारदा का पूजन करने के बाद किसानों से संवाद किया. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह चौहान भी साथ नजर आईं. दोनों ने मिलकर मां शारदा देवी के दरबार में विधिवत पूजा-अर्चना की. कृषि मंत्री ने प्रदेश की उन्नति और किसानों की समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि मां शारदा का आशीर्वाद प्रदेशवासियों को नई ऊर्जा देता है.

कृषक संवाद कार्यक्रम में हुई चर्चा

मैहर प्रवास के दौरान कृषि मंत्री गहरवारा स्थित बेयर हाउस पहुंचे, जहां कृषक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, जनप्रतिनिधि और कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद थे. केंद्रीय कृषि मंत्री ने कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जहां नई तकनीकों और स्वदेशी उत्पादों का प्रदर्शन किया गया था. उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि खेती में स्वदेशी सामग्री का उपयोग समय की जरूरत है. इससे लागत में कमी आएगी और पैदावार भी बेहतर होगी.

 

 

किसानों की सुनी समस्याएं

संवाद कार्यक्रम में किसानों ने खाद संकट, सिंचाई व्यवस्था, फसल बीमा और मंडियों में समर्थन मूल्य जैसी समस्याओं को मंत्री के समक्ष रखा. शिवराज सिंह चौहान ने धैर्यपूर्वक सभी किसानों की बात सुनी और समाधान का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि किसानों की प्रत्येक समस्या को प्राथमिकता से निपटाया जाएगा.

'केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता किसान'

कृषि मंत्री ने किसानों से चर्चा करते हुए कहा, '' किसानों की आय दोगुनी करना केंद्र और राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है. इसके लिए निरंतर योजनाएं लागू की जा रही हैं. आने वाले समय में खेती को और लाभकारी बनाने के लिए कई नई योजनाएं शुरू की जाएंगी.'' उन्होंने किसानों को आधुनिक तकनीकों और जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि खेती को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार ठोस कदम उठा रही है.

 

 

खेती में स्वदेशी सामग्री पर जोर

शिवराज सिंह चौहान ने खेती में स्वदेशी सामग्री के इस्तेमाल पर करा, '' खेती में स्वदेशी सामग्री का अधिक उपयोग जरूरी है. इससे लागत घटेगी और उत्पादन बढ़ेगा. केंद्र और राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए निरंतर प्रयासरत है और जल्द ही कई नई योजनाएं लागू होंगी.''