72 घंटों में गाजा समेत सीरिया, लेबनान, कतर, यमन और ट्यूनीशिया पर धड़ाधड़ हमले
6 देशों पर हमला: 200 की मौत, 1000 घायल
-अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने हमलों को लेकर इजराइली पीएम नेतन्याहू से जताई नाराजगी
-पाकिस्तानी रक्षामंत्री बोले- मुस्लिम देश इजराइल के खिलाफ साथ आएं
यरुशलम। इजराइल ने पिछले 72 घंटों में 6 देशों पर हमला किए हैं। इसमें गाजा (फिलिस्तीन) समेत सीरिया, लेबनान, कतर, यमन और ट्यूनीशिया शामिल हैं। इन हमलों में 200 से ज्यादा लोग मारे गए और 1000 से ज्यादा घायल हुए हैं। ये हमले सोमवार से बुधवार के बीच में किए गए। इजराइल का कहना है कि वो इन देशों में आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने इसे लेकर इजराइली पीएम नेतन्याहू से नाराजगी जताई है। हालांकि इजराइली पीएम नेतन्याहू ने कतर की राजधानी दोहा में हमास के अधिकारियों पर किए गए हमले का बचाव किया। उन्होंने इस हमले की तुलना 9/11 के हमलों के बाद अमेरिका की कार्रवाई से की। उन्होंने कहा इजराइल ने भी वही किया जो अमेरिका ने उस वक्त किया था।
इजराइली सेना ने मंगलवार को कतर की राजधानी दोहा पर हवाई हमला किया था। यह हमला हमास के चीफ खलील अल-हय्या को निशाना बनाकर किया गया था। इसमें अल-हय्या का बेटा, ऑफिस डायरेक्टर, तीन गार्ड और एक कतरी सुरक्षा अधिकारी समेत छह लोग 6 लोगों की मारे गए थे। इस हमले के वक्त हमास नेता अमेरिका के युद्धविराम प्रस्ताव पर आपस में चर्चा कर रहे थे। इस हमले के बाद हमास ने युद्ध विराम से इनकार कर दिया। इजराइल ने सोमवार को पूर्वी लेबनान के बेका और हरमेल जिलों में हवाई हमले किए, जिसमें 5 लोगों की जान गई। इजराइली सेना ने दावा किया कि इस हमले में हिजबुल्लाह के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। हालांकि हिजबुल्लाह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। मंगलवार को इजराइली ड्रोन ने हिजबुल्लाह के एक सदस्य पर हमला किया था। नवंबर 2024 में इजराइल और लेबनान में सीजफायर हुआ था। लेकिन इसके बाद भी इजराइल लेबनान के दक्षिणी हिस्से पर हमले करता रहता है।
सीरिया में हताहतों की जानकारी नहीं
इजराइली फाइटर जेट ने सोमवार को सीरिया के एयरफोर्स बेस और सेना के कैंप पर हमले किए। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक इसमें किसी के हताहत की सूचना नहीं मिली है। इन हमलों को सीरिया के विदेश एवं प्रवासी मंत्रालय ने देश के संप्रभुता का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि इजराइल राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। सीरिया और इजराइल में 1974 में सैन्य वापसी समझौते के तहत एक दूसरे पर हमला न करने पर सहमति बनी थी। लेकिन पिछले साल दिसंबर में सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के पतन के बाद से इजराइली सेना लगातार सीरिया के सैन्य ठिकानों और इंफ्रास्ट्रक्टर को निशाना बना रही है। रिपोर्ट बताती है कि इस साल इजराइल ने सीरिया पर 86 हवाई और 11 जमीनी हमले किए हैं। इसमें 61 लोग मारे गए और 135 जगहों को निशाना बनाया गया है। इजराइली ड्रोन ने सोमवार को रात में ट्यूनीशिया के पोर्ट पर फैमिली बोट पर हमला दिया। इस जहाज में 6 लोग सवार थे, जो पुर्तगाली झंडा लगाकर यात्रा कर रहे थे। इस हमले में किसी की जान नहीं गई। इजराइली ड्रोन ने मंगलवार को भी ब्रिटेन का झंडा लगाकर यात्रा कर रहे जहाज को निशाना बनाया था। 2010 से अब तक गाजा के इलाके में घुसने की कोशिश करने वाले जहाजों पर इजराइली ड्रोन हमला कर रहे हैं।
गाजा में सबसे अधिक मौत
इजराइली हमलों से सोमवार को गाजा में करीब 150 लोग मारे गए हैं और 540 घायल हुए। गाजा में 2023 से अब तक कुल 64,600 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके है। गाजा में अब तक 400 लोग भुखमरी से और हजारों लोग मलबे में दबकर मारे जा चुके है। गाजा का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा इजराइल के कब्जे में है। इजराइल ने बुधवार को यमन की राजधानी सना पर 15 दिनों में दूसरा हमला किया। इसमें हूती ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह हमला सना हवाई अड्डे पर किया गया था। इससे पहले 28 अगस्त को इजराइल ने सना पर हमला किया था, जिसमें हूती प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी समेत 10 लोग मारे गए थे और 90 लोग घायल हुए थे।
मुस्लिम देश एक हों
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कतर की राजधानी दोहा पर इजराइली हमलों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम देशों को अपनी आर्थिक ताकत से इजराइल का मुकाबला करना चाहिए। आसिफ ने कहा- इजराइल मुस्लिम देशों को कमजोर करना चाहता है। यह सोचना गलत है कि इजराइल के सामने झुकने से कोई सुरक्षित रहेगा। ख्वाजा आसिफ ने एक्स पर लिखा कि मुस्लिम देशों को अब इजराइल के खिलाफ एक साथ आना होगा। उनका मकसद मुस्लिम दुनिया की ताकत खत्म करना है। इजराइल के साथ नरमी बरतना गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने, जो आर्थिक रूप से कमजोर है, फिर भी अपने से 5 गुना बड़े भारत को को सबक सिखाया। उन्होंने कहा- सुरक्षा कोई बाहर से नहीं देता। दूसरों की मदद मायने रखती है, लेकिन ताकत अपने अंदर से आती है। इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी दोहा पर हमले की निंदा की। उन्होंने एक्स पर लिखा कि पाकिस्तान की जनता और मेरी तरफ से मैं इजराइल के दोहा में आम लोगों पर किए गए गलत हमले की निंदा करता हूं। यह कतर की आजादी का उल्लंघन है और क्षेत्र की शांति को खतरे में डाल सकता है।