पीएम मोदी ने हमारी प्राचीन खेल विरासत को आधुनिक स्वरूप दिया है : मुख्यमंत्री पटेल 

अहमदाबाद | वीर सावरकर खेल परिसर के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि अहमदाबाद और गुजरात को आज एक विश्वस्तरीय खेल परिसर की सौगात मिल रही है। उन्होंने कहा कि संविधान के 75वें वर्ष और देश में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में अहमदाबाद में 825 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह परिसर गुजरात को खेल के क्षेत्र में एक नई दिशा देगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं, हर क्षेत्र में प्रगति और विकास के लिए खेल अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। हमारे शास्त्रों में भी कौशल विकास का उल्लेख है। हमारी खेल विरासत अनेक उदाहरणों की साक्षी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विरासत भी, विकास भी के आदर्श वाक्य के साथ इस विरासत को आधुनिक स्वरूप दिया है। देश में राष्ट्रीय खेल नीति और खेल पारिस्थितिकी तंत्र के विकास का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में खेल प्रशासन विधेयक 2025 और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संशोधन विधेयक 2025 पारित करके एथलीटों के हितों की रक्षा के लिए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, यह साबित करता है कि देश में खेलों पर विशेष ध्यान दिया गया है। हमारे खिलाड़ी वैश्विक स्तर पर भी अपना कौशल दिखा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में अहमदाबाद ओलंपिक खेलों की मेज़बानी के लिए तैयार हो गया है। इतना ही नहीं अहमदाबाद वर्ष 2030 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करने में भी सक्षम हो गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि आज उद्घाटन किया गया खेल परिसर राज्य के एथलीटों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। राज्य में उभरती खेल संस्कृति का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य में खेल संस्कृति निरंतर विकसित हो रही है। राज्य में उभरती खेल संस्कृति का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य में खेल संस्कृति निरंतर विकसित हो रही है। अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम के पास 233 एकड़ में सरदार पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव का निर्माण किया जा रहा है। दिव्यांग एथलीटों के लिए एक पैरा एथलीट हाई परफॉर्मेंस सेंटर भी बनाया जा रहा है। इससे साबित होता है कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को बेहतरीन खेल बुनियादी ढाँचा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी प्रोत्साहन और जीएसटी सुधार जैसे सराहनीय कदमों की भी सराहना की।
केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने देश के सबसे बड़े खेल परिसर के उद्घाटन को गौरव का क्षण बताया और सभी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक नये भारत अर्थात ‘विकसित भारत, समृद्ध भारत’ का निर्माण हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देश में खेल के क्षेत्र में कई सकारात्मक कदम उठाए गए, जिसके कारण आज भारत खेल के क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा कि खेल क्षेत्र में किए गए विकास कार्य प्रधानमंत्री के विकसित भारत के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि नई खेल नीति के माध्यम से एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाया गया है, जो खेल बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण हो रहा है। मांडविया ने कहा कि वीर सावरकर खेल परिसर आने वाले दिनों में खिलाड़ियों के सपनों और पदकों का गवाह बनने वाला है।