व्यापार: भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही पी-8आई गश्ती विमानों की नई डील पक्की होने के आसार हैं। सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी अधिकारियों और विमान बनाने वाली बोइंग कंपनी का एक संयुक्त दल मंगलवार को भारत आ रहा है। जो भारतीय नौसेना के लिये छह पी-8आई विमानों के 4 अरब डॉलर के सौदे पर बातचीत करेगा। नौसेना के पास पहले से 12 पी-8आई गश्ती विमान हैं। अमेरिका से हुए सौदे के तहत 2009 में 8 और 2016 में 4 पी-8आई विमान लिये गए थे। इसके बाद नौसेना ने और विमान खरीदने की इच्छा जताई थी।
टैरिफ वॉर के बाद अब गर्मजोशी
पिछले हफ्ते ही अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. को हल्के लड़ाकू विमान तेजस के लिए तीसरा इंजन मिला था। संकेत साफ हैं कि टैरिफ वॉर पर रिश्तों में आई तल्खी के बाद अब अमेरिका और भारत के रक्षा संबंधों में फिर गर्माहट दिख रही है।
इसलिए जरूरी
पी-8आई समुद्र में गहराई तक छुपी पनडुब्बी को ढ़ूंढ़कर निशाना बना सकता है। हिंद महासागर में चीन की बढ़ती नौसैनिक गतिविधियों के बीच यह टोही विमान काफी अहम है। यह एक बार में 8,300 किलोमीटर तक की उड़ान भर सकता है। खुफिया जानकारी इकट्ठा कर सकता है। इसमें टॉरपीडो, हार्पून एंटी-शिप मिसाइलें और शक्तिशाली मल्टी मिशन सर्फेस सर्च राडार भी लगे होते हैं। भारत इस विमान का इस्तेमाल सीमावर्ती क्षेत्रों में चीनी गतिविधियों की स्पष्ट तस्वीरें लेने के लिए भी करता रहा है।