भोपाल : सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों नवरात्रि को लेकर भोपाल सांसद ने चेतावनी जारी कर दी है. भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने दो टूक कहा है कि धर्म विशेष के लोग नवरात्रि गरबा में न जाएं, अगर गए तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें. गौरतलब है कि 22 सितंबर से नवरात्रि है और नवरात्रि पर दुर्गा पूजा के लिए जगह-जगह दुर्गा पंडाल लगाए जाते हैं, साथ ही गरबा नृत्य का आयोजन किया जाता है. ऐसे में गरबा महोत्सव को लेकर भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने चेतावनी भी जारी कर दी है.
गरबा में गैर हिंदू न आएं
भोपाल जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक में सांसद आलोक शर्मा ने कहा, '' जो जिस संप्रदाय का है, वह अपने संप्रदाय का त्योहार मनाए. अब लव जिहादी कलावा बांधकर और टीका लगाकर गरबा के आयोजन में न जाएं. कोई एक व्यक्ति लव जिहाद करता है, तो उसका पूरा परिवार उसका परिणाम भुगतता है.'' भोपाल सांसद ने कहा कि गरबा महोत्सव में सिर्फ हिंदुओं को भी प्रवेश करना चाहिए.
संत समाज भी उठा चुका प्रतिबंध की मांग
हालांकि, इसके पहले संत समाज भी गरबा आयोजन में दूसरे धर्मों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग उठा चुका है. हाल ही में महामंडेश्वर अनिलानंद महाराज ने कहा, '' गरबा आयोजन में दूसरे धर्मों के आने पर एंट्री बंद की जाए.'' साथ ही संत समाज ने गरबा आयोजन में साधु संतों को भी दूर रहने की हिदायत दी थी और कहा था कि ऐसे आयोजन में शालीनता रखी जाए.
संत समाज ने आयोजकों से अपील की थी कि आयोजन में किसी भी कीमत पर अश्लीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यदि कोई शिकायत या इस तरह का कोई वीडियो सामने आया तो मौके पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
नवरात्रि के लिए मौलवी भी कर चुके हैं अपील
हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब गरबा नृत्य में दूसरे धर्म के प्रवेश को लेकर इस तरह की आपत्ति जताई गई हो. पिछले कुछ सालों से गरबा आयोजन के पूर्व से गैर हिंदुओं के गरबा आयोजन में शामिल होने की बात उठती आई है. साल 2024 में शहर के स्थानीय मौलवी सैयद अहमद अली ने गरबा जैसे आयोजनों में मुस्लिमों के भाग लेने को इस्लामी तालीम के खिलाफ बताया था और मुस्लिम समुदाय के लोगों को ऐसे त्योहारों से दूर रहने की अपील की थी। इसे लेकर उन्होंने लिखित अपील भी जारी की थी.