इंदौर। इंदौर (Indore) पुलिस आयुक्त (Police Commissioner) श्री संतोष कुमार सिंह (Shri Santosh Kumar Singh) द्वारा इंदौर कमिश्नरेट में लोगो से छल कपट कर आर्थिक ठगी (financial fraud) में त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। इन निर्देशों के तहत क्राइम ब्रांच इंदौर की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों को शिकायतो पर त्वरित कार्यवाही हेतु लगाया गया है।
इसी अनुक्रम में क्राइम ब्रांच, इंदौर की ईओडब्ल्यू टीम द्वारा एडवाइजरी ठगी एवं आर्थिक अपराधों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत एक ऐसे शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जो एडवाइजरी के लिए फेक बैंक अकाउंट्स उपलब्ध करवाता था।
पुलिस ने विनायक मेहता उम्र 28 वर्ष निवासी इंदौर को फेक बैंक अकाउंटस उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अभियुक्त द्वारा उपलब्ध कराए गए अकाउंट्स को होनेस्ट टेक एडवाइजरी कंपनी द्वारा उपयोग किए जिनके माध्यम से ठगी की गई राशि का प्रबंधन किया जाता था। गिरफ्तार आरोपी द्वारा इन अकाउंट्स के लिए 3 प्रतिशत कमीशन चार्ज किया जाता था। अभियुक्त से पुलिस रिमांड लेकर उसके सहयोगियों, बैंक खातों व डिजिटल नेटवकज़् की जाँच की जा रही है।
सायबर एडवाइजरी : आमजन के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
1. किसी भी अनजान व्यक्ति या फर्जी एजेंसियां के कहने पर किसी भी प्रकार का निवेश न करे।
2. किसी भी अनजान व्यक्ति के कॉल आने पर स्वयं को किसी भी संस्थान से संबंधित बताए जाने पर तुरंत भरोसा न करें।
3. किसी भी झूठे प्रलोभन में आकर अपनी बैंकिंग या निजी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति को साझा न करें।
