नई दिल्ली । तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी (Chief Minister Revanth Reddy) के कांग्रेस (Congress) का मतलब मुसलमान (Muslim) वाले बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) भड़क गई है। पार्टी ने रेवंत रेड्डी की आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और उनके दल ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि वह जिन्नावादी हैं और शरिया को संविधान से ऊपर रखती है। इससे पहले जुबली हिल्स विधानसभा के लिए होने जा रहे उपचुनाव से पूर्व भारतीय कप्तान अजहरुद्दीन को भी मंत्री बनाए जाने का भाजपा ने विरोध किया था।
गुरुवार को जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए भाजपा की तरफ से अजहर को मंत्री बनाए जाने पर किए जा रहे विरोध की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि केवल कांग्रेस ही है, जो कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को बड़े पद देती है। उन्होंने कहा, “‘‘कांग्रेस का मतलब मुसलमान और मुसलमान का मतलब कांग्रेस है।’’
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद भाजपा की तरफ से प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मैदान संभाला। उन्होंने रेड्डी पर हमला करते हुए कहा, “रेवंत रेड्डी ने उस बात को खुले तौर पर स्वीकार किया है जो हम बहुत लंबे समय से जानते हैं… यह आईएनसी (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) नहीं है, यह जेडब्ल्यूसी यानी ‘जिन्नावादी कांग्रेस’ है। आज उन्होंने इसे खुलेआम स्वीकार भी कर लिया है।”
पूनावाला ने आरोप लगाया कि इसी मानसिकता की वजह से कांग्रेस बार-बार कहती रहती है कि मुसलमान पहले, शरिया पहले, वोट बैंक पहले, न कि संविधान पहले, भारत पहले। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “तेलंगाना सीएम ने जो कहा है वही कांग्रेस का असली चेहरा है। वह असल में सिर्फ अपने वोट बैंक की सेवा कर रही है। वह वोट बैंक और शरिया को संविधान से ऊपर रखती है। यही वह मानसिकता है जिसके कारण कांग्रेस ओबीसी, एससी, एसटी के आरक्षण में कटौती कर अपने पसंदीदा वोट बैंक को देना चाहती है। उसने कर्नाटक और तेलंगाना में ऐसा किया है।
