कांग्रेस का भी समर्थन करता RSS… मोहन भागवत ने स्पष्ट की राजनीति में संघ की भूमिका

नई दिल्ली: कर्नाटक के बेंगलुरु (Bengaluru) में आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagvat) ने संघ (Sangh) का राजनीतिक समर्थन (Political Advocacy) और विचार पर अहम बातें शेयर कीं. उन्होंने कहा कि हम नीतियों का समर्थन करते हैं, किसी व्यक्ति या पार्टी का नहीं. इसके लिए अन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे श्री राम जन्मभूमि आंदोलन और राम मंदिर. यानी हम राष्ट्रनीति का समर्थन करते हैं, राजनीति का नहीं.

संघ प्रमुख ने कहा कि संघ राजनीति करने में विश्वास नहीं करता. राजनीति समाज को बांटता है और संघ समाज को एकजुट करता है इसलिए हम राजनीतिक दलों को समर्थन नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि हम cause को समर्थन देते है. राम मंदिर आंदोलन को अगर बीजेपी की जगह कांग्रेस हाथ में लेती तो हम उसको ही समर्थन करते. हम राष्ट्रनीति को समर्थन करते है, राजनीति को समर्थन नहीं करते.

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ तो पहले से ये मानता है कि सबका साथ और सबका विकास. अब हमारे स्वयं सेवक राजनीति में इस स्लोगन की आवश्यकता को महसूस किए तो वहां नारा दे रहे हैं. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि राजनीतिक दल संघ को स्वीकार नहीं करते. उनके लिए हर दरवाजा बंद है. केवल बीजेपी ही आरएसएस के लिए अपने दरवाजे खोलती है.

आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हम संपूर्ण हिंदू समाज को एकजुट करना, संगठित करना और गुण प्रदान करना चाहते हैं ताकि वे एक समृद्ध और मजबूत भारत का निर्माण कर सकें जो दुनिया को धर्म का ज्ञान प्रदान करे. ताकि दुनिया सुखी, आनंदित और शांतिपूर्ण हो. कार्य का वह हिस्सा पूरे समाज, पूरे राष्ट्र द्वारा किया जाना है. हम हिंदू समाज को इसके लिए तैयार कर रहे हैं. हमारा एकमात्र विजन है. उस विजन को पूरा करने के बाद, हम कुछ और नहीं करना चाहते हैं. संपूर्ण हिंदू समाज को संगठित करना, यही हमारा काम है. हम इसे पूरा करेंगे और संगठित समाज बाकी काम करेगा. हमारा मिशन, हमारा विजन एक संगठित, मजबूत हिंदू समाज है.