तेहरान। ईरान ने दावा किया है कि उसके पास एक नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) है, जो करीब तैयार है। यह मिसाइल 10,000 किलोमीटर दूर तक मार कर सकती है। अगर यह सच है, तब यह मिसाइल यूरोप और अमेरिका के कुछ हिस्सों तक पहुंच सकती है। एक वीडियो में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर्प्स (आईआरजीसी) के कमेंट्री के साथ मिसाइल साइलो, मोबाइल लॉन्चर और पुरानी लॉन्चिंग की फुटेज दिखाई गई। वीडियो कहता है कि मिसाइल का विकास पूरा हो चुका है। लेकिन कोई स्वतंत्र साक्ष्य नहीं है, जैसे सैटेलाइट इमेज या 10,000 किमी की टेस्ट फ्लाइट का वीडियो।
पहले ईरान के नेता 2,000 किलोमीटर की रेंज की सीमा पर ही रुकते थे। यह सीमा गल्फ देशों, इजरायल और पूर्वी यूरोप तक कवर करती थी। लेकिन अब 10,000 किमी का दावा बहुत बड़ा बदलाव है। ईरान पहली बार अमेरिका के पूर्वी तट जैसे वॉशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क जैसे शहरों को निशाना बना सकेगा। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि ईरान का सैटेलाइट लांच व्हीकल प्रोग्राम (जैसे सिमोर्घ और कासेद) इसमें मदद कर रहा है। ये स्पेस मिशन के लिए हैं, लेकिन मिसाइल बनाने में भी इस्तेमाल हो सकते हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग कहता है कि ये दोहरे इस्तेमाल वाले प्रोग्राम हैं स्पेस और मिसाइल दोनों के लिए है।
मिसाइल को रोड-मोबाइल लांचर पर रखा जा सकता है, जो छिपाना आसान है। ईरान हाल में सॉलिड-फ्यूल वाली मिसाइलें पसंद कर रहा है, क्योंकि वे जल्दी लांच हो जाती है। लेकिन इतनी लंबी रेंज के लिए सॉलिड फ्यूल बनाना मुश्किल है। ईरान के नेता अब खुद को वैश्विक ताकत बता रहे हैं। यह दावा सिर्फ हथियार नहीं, बल्कि अमेरिका को चेतावनी है। ईरान पर सैंक्शन हैं और अंदर असंतोष बढ़ रहा है, इसलिए यह मनोवैज्ञानिक ताकत देता है। ईरान अक्सर हथियारों की क्षमता बढ़ा-चढ़ाकर बताता है। इस दावे के साथ कोई फ्लाइट डेटा, प्रभाव वाली फुटेज या ट्रैकिंग नहीं है। वारहेड (विस्फोटक) कितना ताकतवर है, या न्यूक्लियर के लिए बनेगा या नहीं-यह स्पष्ट नहीं।
तैयार हैं ईरान की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल………..वॉशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क निशाने पर
