लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि राज्य के स्कूलों में वंदे मातरम् अनिवार्य कर देंगे। गोरखपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कहा कि प्रदेश के हर स्कूल में राष्ट्रगीत वंदे मातरम को हम अनिवार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि वंदे मातरम का विरोध करने वही लोग हैं जो लौह पुरुष सरदार पटेल जी जयंती में शामिल नहीं होते लेकिन जिन्नाह को सम्मान देने का कार्यक्रम में शामिल होते हैं। उन्होंने आगे कहा, वंदे मातरम के विरोध का कोई औचित्य नहीं, वंदे मातरम का इस प्रकार का विरोध भारत के विभाजन का दुर्भाग्यपूर्ण कारण बना था।
उन्होंने कहा कि सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में एकता यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। वन्दे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं। हमें एकता और अखंडता को कमजोर करने वाले ताकतों को ढूंढना होगा और उसके खिलाफ कारवाई करना होगा. ताकि फिर से कोई जिन्ना ना पैदा हो सके।
सीएम योगी ने कहा, हमारा मकसद विद्यार्थियों में देश के प्रति सम्मान और गर्व की भावना विकसित करना। वंदे मातरम के गान से बच्चों में राष्ट्रभक्ति का संस्कार विकसित होगा। इस बारे में शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इससे जुड़ा औपचारिक आदेश पारित किया जाएगा। आदेश में यह भी उल्लेख होगा कि वंदे मारत का पाठ हर दिन प्रार्थना सभा के दौरान किया जाएगा। ठीक उसी तरह जैसे जन गण मन का गायन होता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान उन्होंने जरूरतमंदों को आवास दिलाने, आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटियों की शादी और गंभीर बीमारियों से पीड़ितों के उपचार में आर्थिक सहायता देने का आत्मीय संबल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार हर जरूरतमंद और पात्र व्यक्ति को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने तथा हर समस्या के प्रभावी निस्तारण के लिए संकल्पित है। जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जन समस्याओं पर त्वरित संवेदनशीलता दिखाएं और पारदर्शिता के साथ निस्तारण सुनिश्चित करें।
सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 200 लोगों से मुलाकात की। महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सभागार में बैठाए गए लोगो तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे और एक-एक कर उनकी समस्याओं को सुना। ध्यान से बात सुनते हुए उनके प्रार्थना पत्र लिए और निस्तारण के लिए संबंधित प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को संदर्भित कर निर्देशित किया कि सभी समस्याओं का निस्तारण समयबद्ध, निष्पक्ष और सन्तुष्टिपरक होना चाहिए।
जनता दर्शन में एक वृद्ध महिला ने आवास की समस्या बताई। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि उन्हें सरकार की योजना के तहत आवास दिलाया जाएगा। इसे लेकर उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित भी किया। एक महिला ने बिटिया की शादी के लिए आर्थिक मदद की गुहार लगाई तो सीएम ने तुरंत मौके पर मौजूद अधिकारियों को विवाह अनुदान योजना का लाभ दिलाने के लिए निर्देशित किया। एक अन्य महिला ने बिजली कनेक्शन में आ रही अड़चन की जानकारी दी। इस पर मुख्यमंत्री ने अफसरों को बिजली कनेक्शन दिलाने के लिए निर्देशित किया। जनता दर्शन में सीएम योगी ने कहा कि किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। सरकार हर समस्या का समाधान करने के लिए संकल्पित है।
जनता दर्शन में हर बार की तरह इस बार भी कुछ लोग गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लेकर आए थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिया कि धन के अभाव में किसी का इलाज नहीं रुकेगा। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि जो भी जरूरतमंद हैं, प्रशासन उनके उच्च स्तरीय इलाज का इस्टीमेट शीघ्रता से बनवाकर उपलब्ध कराए। इस्टीमेट मिलते ही सरकार तुरंत धन उपलब्ध कराएगी। जनता दर्शन में परिजनों के साथ आए बच्चों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खूब दुलारा और आशीर्वाद दिया। साथ ही उन्हें चॉकलेट भी दिया।
