— विपक्ष ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
नई दिल्ली। सोमवार शाम लगभग 6:30 बजे दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन गेट नंबर-1 के पास एक कार में भीषण धमाका हुआ। धमाके की चपेट में आसपास खड़ी कई अन्य गाड़ियां भी आ गईं और आग की लपटों में घिर गईं। एलएनजेपी अस्पताल प्रशासन के अनुसार, अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम और जांच एजेंसियां मौजूद हैं, वहीं दमकल की आठ गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हैं।
पीएम मोदी ने जताया दुख, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किला कार ब्लास्ट पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि “मैं दिल्ली धमाके में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” पीएम ने इस हादसे को दुखद बताते हुए जांच एजेंसियों को घटना की पूरी सच्चाई सामने लाने के निर्देश दिए हैं।
अमित शाह एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे, घायलों का हाल जाना
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह धमाके के तुरंत बाद लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों को हर संभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए और जांच में कोई ढिलाई न बरती जाए।
विपक्ष ने उठाए सुरक्षा पर सवाल — “हमले को हल्के में नहीं लिया जा सकता”
सांसद पप्पू यादव ने इस घटना को सुरक्षा चूक बताते हुए कहा कि “आज सुबह फरीदाबाद में हथियार पकड़े गए थे, क्या सरकार किसी धमाके का इंतजार कर रही थी? इस हमले के लिए कौन जिम्मेदार है — प्रधानमंत्री या गृह मंत्री?”
उन्होंने मांग की कि घटना की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी सजा मिले।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी दुख जताते हुए कहा कि “यह विस्फोट एक उच्च सुरक्षा और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में हुआ है। सरकार को इस घटना की गहन जांच कर जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराना चाहिए।”
पूर्व डीजीपी का बयान — “पूरे देश को सतर्क रहने की जरूरत”
पूर्व डीजीपी ए.के. जैन ने कहा कि धमाके के पीछे कई संभावनाएं हो सकती हैं। “यह आतंकी हमला भी हो सकता है, या ईंधन टैंक/सिलेंडर विस्फोट। फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि क्या कोई विस्फोटक सामग्री इस्तेमाल की गई थी। हालिया गिरफ्तारियों को देखते हुए सभी राज्यों और खुफिया एजेंसियों को अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।”
जांच जारी, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
घटनास्थल की एनआईए, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और फॉरेंसिक टीम बारीकी से जांच कर रही हैं। दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात में भी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है।
