नई दिल्ली । अमेरिकी दंपत्ति द्वारा गोद ली गई एक उड़िया मूल की लड़की के साथ उत्पीड़न का मामला सामने आया है। लड़की ने एक वीडियो के माध्यम से अपने दत्तक माता-पिता पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी से मदद की गुहार लगातार घर वापसी कराने की अपील की है।
लड़की की पहचान बालासोर निवासी पूजा उर्फ सेजल के रूप में हुई है। उसने दावा किया कि अमेरिका में उसकी दत्तक माता लगातर उसे प्रताड़ित कर रही है। पूजा ने एक वीडियो संदेश जारी करके राज्य के मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे कोई आज़ादी नहीं है। मुझे बाहर जाने की अनुमति नहीं है। मुझे ठीक से खाना, आराम और नींद नहीं मिलती, फिर भी मुझे घर के सारे काम करने पड़ते हैं। मुझे यहां बहुत प्रताड़ित किया जाता है। मैं जल्द से जल्द ओडिशा लौटना चाहती हूं और मुख्यमंत्री से मदद की अपेक्षा करती हूं।”
वीडियो में पूजा ने कहा कि उसका वीजा 2023 में समाप्त हो गया है, जिससे वह बिना किसी कानूनी दस्तावेज के अमेरिका में फंस गई है। उसने दावा किया कि उसकी दत्तक मां उस पर दूसरा धर्म अपनाने का दबाव बना रही है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब पूजा ने सोशल मीडिया के ज़रिए अपने पूर्व अनाथालय के साथी अमर दास को अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद अमर दास ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपकर इस मुद्दे को अधिकारियों के ध्यान में लाया और पूजा को बचाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 2018 में एक अमेरिकी दंपत्ति द्वारा गोद लिए जाने से पहले पूजा चाइल्डलाइन के एक आश्रय गृह में रह रही थी। इससे पहले एक ट्रेन यात्रा के दौरान लापता होने के बाद उसे बचपन में ही बचा लिया गया था। वह पहले नीलगिरि के एक बालिका आश्रय गृह में रही और बाद में भुवनेश्वर के नाहरकांटा स्थित एक बाल गृह में चली गई, जहां उसने गोद लिए जाने तक अपनी पढ़ाई जारी रखी।
