वैभव सूर्यवंशी का धमाका: शतक के साथ गुरु के अंदाज को किया गलत साबित

नई दिल्ली: राइजिंग स्टार्स एशिया कप में वैभव सूर्यवंशी शतक जमाएंगे, इस बात पर तो उनके गुरु को पूरा भरोसा था. उन्होंने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले इसे लेकर TV9 हिंदी से बातचीत में बताया भी था. यहां तक कि उन्होंने अनुमान भी लगाया था कि वैभव सूर्यवंशी कितनी जल्दी शतक लगा देंगे? लेकिन, क्या पता था कि वैभव सूर्यवंशी अपने गुरु के लगाए अनुमान से भी तेज निकलेंगे? उनके आगे गुरु का लगाया कयास भी फेल हो जाएगा. गुरु यानी कोच मनीष ओझा. वैभव जब 8 साल के थे, तभी से मनीष ओझा से क्रिकेट की कोचिंग ले रहे हैं.

वैभव सूर्यवंशी के शतक को लेकर गुरु का अनुमान
राइजिंग स्टार्स एशिया कप के शुरू होने से पहले TV9 हिंदी ने मनीष ओझा से बात की. जब हमने उनसे पूछा कि क्या वो इस टूर्नामेंट में वैभव के बल्ले से शतक देखते हैं? तो उनका जवाब था हां. मगर सिर्फ हामी भरकर ही मनीष ओझा नहीं रुके. उन्होंने अपने भरोसेमंद शिष्य यानी वैभव सूर्यवंशी को लेकर कहा 100 रन क्या, वो 100 से ज्यादा भी बनाएंगे. और, जिस मैच में वो ऐसा करेंगे, उसमें 12 से 13 ओवर तक ये काम कर देंगे.

इंडिया की जर्सी में पहला T20 खेलते हुए छाए वैभव
अपने गुरु और कोच मनीष ओझा की बातों को वैभव सूर्यवंशी ने जैसे सुन ही लिया था, तभी तो उन्होंने बिना इंतजार कराए राइजिंग स्टार्स एशिया कप के पहले ही मैच में शतक जड़ दिया. और, सिर्फ शतक जड़ा नहीं बल्कि अपने कोच की कही कुछ बातों को सच कर दिखाया तो कुछ मामले में उनके लगाए अनुमान भी फेल कर दिए.

वैभव सूर्यवंशी ने UAE के खिलाफ खेले पहले मैच में 15 छक्के और 11 चौके के साथ 42 गेंदों पर 144 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने अपना शतक 32 गेंदों में पूरा किया था. किसी भी लेवल पर इंडिया की जर्सी में वैभव सूर्यवंशी का ये ना सिर्फ पहला T20 मैच था. बल्कि, उसमें लगाया पहला शतक भी था. सीधे शब्दों में कहें तो उन्होंने नीली जर्सी में अपनी डेब्यू T20 इनिंग में ही शतक जड़ा था.

वैभव सूर्यवंशी ने गुरु के लगाए अनुमान को किया फेल
अब ऐसा कर वैभव सूर्यवंशी ने अपने गुरु यानी मनीष ओझा की किन बातों को सच और किस अनुमान को गलत साबित किया, आइए जानते हैं? कोच मनीष ओझा ने जो कहा कि वैभव 100 नहीं 100 से ज्यादा रन मारेंगे, वो बात तो 16 आने सही साबित हुई. लेकिन, 12 से 13 ओवर में वैभव के शतक लगाने को लेकर लगाया उनका अनुमान फेल हो गया. क्योंकि, वैभव सूर्यवंशी गुरु के लगाए अनुमान से भी तेज निकले. उन्होंने 10वें ओवर में ही अपना शतक पूरा कर लिया था.