यूएई को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. देश में इस समय जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. यह सभी तैयारियां देश के नेशनल डे के सेलिब्रेशन के लिए चल रही हैं. जिसे Eid Al Etihad भी कहा जाता है. इस मौके पर शारजाह में जश्न मनाया जाएगा.
शारजाह संयुक्त अरब अमीरात की एकता, प्रगति और सांस्कृतिक गौरव की यात्रा को याद करते हुए 54वें ईद अल इत्तिहाद के भव्य उत्सव की तैयारी कर रहा है. 19 नवंबर से 2 दिसंबर 2025 तक देश भर में पार्कों, ऐतिहासिक स्थलों में रंगीन परेड, आकर्षक प्रस्तुतियां, सांस्कृतिक प्रदर्शन और इंटरएक्टिव गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. परिवारों, युवाओं और समुदायों के लिए यह ऐसा मौका होगा जहां वो अपनी परंपराओं का सम्मान करते हुए राष्ट्र की उपलब्धियों का जश्न मना सकेंगे.
पार्कों में होंगे कार्यक्रम
आधिकारिक उद्घाटन बुधवार, 19 नवंबर को शाम 5:00 बजे अल सियूह फैमिली पार्क में होगा, जिसमें
पारंपरिक लोक प्रस्तुतियां, सभी आयु वर्गों के लिए प्रतियोगिताएं, कलात्मक और ड्रामा, युवाओं की चर्चा पैनल, सांस्कृतिक और सामुदायिक गतिविधियां होंगी.
खशीशा पार्क और शारजाह नेशनल पार्क भी पूरे उत्सव के पीरियड के दौरान दैनिक गतिविधियों की मेजबानी करेंगे, जिनमें युवाओं के पैनल, बच्चों के शो और पारंपरिक प्रस्तुतियां शामिल होंगी.
पहली बार, अल लैयाह कैनाल भी 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक उत्सव स्थलों में शामिल होगा, जहां राष्ट्रीय प्रस्तुतियां और पारिवारिक व्यवसाय प्रदर्शनी आयोजित की जाएंगी, जिससे उत्सवों का दायरा नए दर्शकों तक बढ़ेगा.
कई सितारे करेंगे परफॉर्म
शारजाह के उत्सवों में कई प्रमुख कार्यक्रम शामिल होंगे, जिनमें:
खोरफक्कान एम्फीथिएटर (29 नवंबर): देश के सितारों हुसैन अल जस्मी और फुआद अब्देलवाहद का शो होगा, खोरफक्कान (21 नवंबर): ओपरेट्टा (Operetta) पल्स ऑफ द नेशन, कल्बा (22 नवंबर से):वार्षिक ओपरेट्टा, आतिशबाजी के साथ दिब्बा अल हसन (22 नवंबर): राष्ट्रीय परेड और आतिशबाजी
ये कार्यक्रम देशभक्ति की भावना और सांस्कृतिक गौरव से भरपूर शामों का वादा करते हैं, जो यूएई की कलात्मक प्रतिभा को उजागर करेंगे.
कई जगह की जाएगी परेड
पूरे शारजाह में विभिन्न मोहल्लों और ऐतिहासिक स्थलों पर कई तरह की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी:
अल बतायेह (2729 नवंबर): परेड, लोक प्रस्तुतियां
अल धैद (2630 नवंबर): भव्य परेड और हेरिटेज मार्केट
अल हमरिया हेरिटेज विलेज (2022 नवंबर): पारंपरिक गीत और क्लासिक कार प्रदर्शनी
वाडी अल हिलो (23 नवंबर): कविता पाठ और छात्र प्रस्तुतियां
अल ख्रूस उपनगर (28 नवंबर): परेड
अल मदाम (2223 नवंबर): सांस्कृतिक चर्चाएं और वीडियो स्क्रीनिंग
मलैहा हेरिटेज विलेज (2021 नवंबर): रेगिस्तानी माहौल में मिलिट्री बैंड और लोक नृत्य
मुगैदर उपनगर (अल रिफा पार्क, 2122 नवंबर): साइकिल परेड और पारंपरिक कार्यक्रम
इन सभी कार्यक्रमों का मकसद शारजाह की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करना, समुदायों को जोड़ना और एकता, निष्ठा और राष्ट्रीय गर्व के मूल्यों को मजबूत करना है.
क्यों कहा जाता है ईद अल इत्तिहाद?
सवाल उठता है कि देश के नेशनल डे को ईद अल इत्तिहाद क्यों कहा जाता है. दरअसल, ईद अल इत्तिहाद शब्द का अर्थ अरबी में फेस्टिवल ऑफ द यूनियन होता है. इसमें इत्तिहाद यानी यूनियन/एकता पर जोर दिया गया है—जो यूएई की राष्ट्रीय पहचान का मूल है. यह नाम देश की स्थायी विरासत, शक्ति और गर्व के मूल्यों का प्रतीक है.
ईद अल इत्तिहाद हर साल 2 दिसंबर को आधिकारिक रूप से मनाया जाता है. यह 1971 के उस ऐतिहासिक दिन की याद है जब 7 अमीरात एकजुट होकर संयुक्त अरब अमीरात बने. 2024 में, यूएई के नेशनल डे समारोहों को आधिकारिक रूप से ईद अल इत्तिहाद का नाम दिया गया.
