नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा की कानूनी परेशानी एक बार फिर बढ़ सकती है। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ब्रिटेन में बसे कथित हथियार कारोबारी संजय भंडारी से जुड़े धन शोधन मामले में उनके खिलाफ विशेष पीएमएलए अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, यह आरोप पत्र ईडी द्वारा लंबे समय से चल रही जांच का हिस्सा है, जिसमें वाड्रा की भूमिका और भंडारी से कथित संबंधों की पड़ताल की जा रही है।
यह मामला मूल रूप से 2015 के कालाधन रोकथाम कानून के तहत आयकर विभाग द्वारा दर्ज किए गए आरोप पत्र से उपजा था। आयकर विभाग ने 2016 में भंडारी के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद वह लंदन भाग गया था। इसी वर्ष जुलाई में दिल्ली की एक अदालत ने भंडारी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी भी घोषित कर दिया था। इसके अलावा ब्रिटेन की अदालत पहले ही भारत सरकार के प्रत्यर्पण अनुरोध को खारिज कर चुकी है।
ईडी ने फरवरी 2017 में भंडारी और अन्य के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था। एजेंसी इससे पहले भंडारी से जुड़े मामलों में दो चार्जशीट दायर कर चुकी है और अब यह नई चार्जशीट रॉबर्ट वाड्रा की कथित भूमिका पर केंद्रित है। ईडी की जांच में विशेष रूप से लंदन स्थित एक संपत्ति को लेकर वाड्रा और भंडारी के बीच संभावित लेनदेन पर सवाल उठे हैं। हालांकि रॉबर्ट वाड्रा ने बार-बार इस बात से इंकार किया है कि लंदन या किसी अन्य विदेशी स्थान पर उनकी प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई भी संपत्ति है। गौरतलब है कि वाड्रा के खिलाफ यह दूसरी चार्जशीट है। इससे पहले, जुलाई 2024 में ईडी ने हरियाणा के शिकोहपुर जमीन सौदे में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। नई चार्जशीट के बाद माना जा रहा है कि मामले की सुनवाई में तेजी आएगी और वाड्रा को आगे की कानूनी प्रक्रिया में चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
रॉबर्ट वाड्रा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, ईडी ने संजय भंडारी मामले में दाखिल की चार्जशीट
