क्रिक्रेट | भारत के युवा विस्फोटक ओपनर वैभव सूर्यवंशी के बल्ले से एक और धमाकेदार पारी निकली है. उन्होंने मंगलवार (2 दिसंबर) को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतकीय पारी खेलकर इतिहास रच दिया. महाराष्ट्र के खिलाफ वैभव का बल्ला आग उगल रहा था और टूर्नामेंट में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटर बनकर इतिहास रच दिया. समस्तीपुर के बाएं हाथ के बल्लेबाज वैभव ने मंगलवार को ईडन गार्डन्स में बिहार की ओर से महाराष्ट्र के खिलाफ पारी की शुरुआत की और 58 गेंद में अपना शतक पूरा किया. उन्होंने 7 चौके और 7 छक्के लगाकर 100 रन पूरे किए |
वैभव ने 20वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया. यह ओवर अर्शिन कुलकर्णी ने डाला था. उन्होंने 60 गेंदों में नाबाद 108 रन बनाए. इस धुंआधार पारी के बाद भी बिहार की टीम तीन विकेट के नुकसान पर महज 176 रन के स्कोर तक ही पहुंच पाई. इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलने वाले इस स्टार ने आयुष लोहारुका के साथ चौथे विकेट के लिए 75 रन जोड़े. आयुष लोहारुका ने 17 गेंदों में नाबाद 25 रन बनाए. महाराष्ट्र के लिए अर्शिन, राजवर्धन हंगरगेकर और विक्की ओस्तवाल ने एक-एक विकेट लिया |
वैभव सूर्यवंशी का बल्ला कितने मैच के बाद चमका
वैभव सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बिहार के उप-कप्तान हैं. कोलकाता में बिहार के लिए पहले तीन एलीट ग्रुप बी मैचों में बल्ले से ज्यादा कमाल नहीं दिखा सके. 26 नवंबर को चंडीगढ़ के खिलाफ वह 14 रन बनाकर आउट हो गए और अगले दो मैचों में, जो 28 और 30 नवंबर को मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के खिलाफ खेले गए, उन्होंने 13 और 5 रन बनाए |
