क्रिकेट | भारत और साउथ अफ्रीका के बीच रायपुर में खेला गया रोमांचक वनडे मैच भारतीय टीम के लिए निराशाजनक रहा. प्रोटियाज ने इस मैच में 4 विकेट से जीत हासिल कर सीरीज 1-1 से बराबर कर दी. इस मुकाबले में भारत को हार का सामना करना पड़ा, और अगर मैच के मुख्य कारणों पर नजर डालें, तो अहम मौकों पर बड़ी चूक साफ दिखाई देती हैं जिन्होंने जीत को हाथ से निकलने दिया |
बल्लेबाजी में अंतिम 10 ओवर का धीमापन
भारतीय बल्लेबाजों ने पारी की शुरुआत तो जबरदस्त की, लेकिन अंतिम 10 ओवर (41-50) में रन गति पर ब्रेक लग गया. जब टीम को तेज रनों की जरूरत थी, तब बल्लेबाज बड़े शॉट नहीं लगा सके. विराट कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ ने मिडिल ओवरों में जो लय हासिल की थी, उसे अंतिम ओवरों तक जारी नहीं रखा जा सका. अगर इन ओवरों में 25-30 ज्यादा रन बन जाते, तो मैच का परिणाम भारत के पक्ष में जा सकता था |
खराब फील्डिंग और ओवर-थ्रो
क्रिकेट में कहा जाता है कि कैच पकड़ो और मैच जीतो, लेकिन इस मैच में भारत की फ़ील्डिंग उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी. कुछ आसान कैच टपकाए गए, जिससे साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों को जीवनदान मिले. फील्डरों की गलतियों के कारण कुछ मौकों पर ओवर-थ्रो हुए, जिसके चलते साउथ अफ्रीका को एक्स्ट्रा रन मिले. इस तरह के छोटे-छोटे पल मैच में बड़ा अंतर पैदा कर देते हैं |
एडेन मार्कराम का कैच छूटना
मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट एडेन मार्कराम का कैच छूटना था. जब मार्कराम महज 53 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब उनका एक आसान कैच टपका दिया गया. इस जीवनदान का फायदा उठाते हुए मार्कराम ने न सिर्फ अपनी पारी को आगे बढ़ाया, बल्कि साउथ अफ्रीकी पारी को मजबूती दी और टीम को लक्ष्य के करीब ले गए. उन्होंने 110 रन की पारी खेली और रनचेज में एक छोर संभाल कर टारगेट के पास पहुंचा दिया |
