महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाड़ी रह चुके रॉबिन उथप्पा ने बड़ा बयान दिया है। उथप्पा का मानना है कि आईपीएल 2026 धोनी का आखिरी सीजन होगा और इसके बाद वह निश्चित रूप से संन्यास ले लेंगे। 44 वर्षीय धोनी को लेकर उथप्पा ने कहा कि अब किसी तरह की अगर-मगर की गुंजाइश नहीं बची है।
CSK की बदली रणनीति
उथप्पा के मुताबिक सीएसके की हालिया रणनीति इस बात का साफ संकेत देती है कि फ्रेंचाइजी भविष्य की तैयारी कर चुकी है। अनुभवी खिलाड़ियों पर निर्भर रहने के बजाय टीम अब युवा और अनकैप्ड खिलाड़ियों पर बड़ा निवेश कर रही है। आईपीएल 2026 मिनी ऑक्शन में सीएसके ने दो युवा क्रिकेटरों पर कुल मिलाकर 28.20 करोड़ रुपये खर्च किए। सीएसके ने 19 वर्षीय उत्तर प्रदेश के स्पिन ऑलराउंडर प्रशांत वीर को 14.20 करोड़ रुपये में खरीदा। इसके अलावा 20 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज कार्तिक शर्मा को भी 14.20 करोड़ में टीम में शामिल किया गया, जिससे ये दोनों आईपीएल ऑक्शन इतिहास के सबसे महंगे अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी बन गए।
धोनी का रोल बदलने के संकेत
रॉबिन उथप्पा ने जियोहॉटस्टार से बातचीत में कहा, 'मुझे लगता है कि अब सब कुछ साफ है। यह एमएस धोनी का आखिरी सीजन होने वाला है। अब किसी तरह का कयास लगाने की जरूरत नहीं है। इस साल के बाद वह पूरी तरह से संन्यास ले लेंगे। पिछले कुछ सीजन से सीएसके जिस तरह युवाओं में निवेश कर रही है, वह बताता है कि टीम टैलेंट को खोजने, तराशने और लंबे समय तक अपने साथ रखने पर फोकस कर रही है।
मेंटर की भूमिका में धोनी
उथप्पा का मानना है कि धोनी मैदान से विदा लेने के बाद भी सीएसके से जुड़े रहेंगे। उन्होंने कहा, 'अगर धोनी नहीं खेलेंगे, तो वह निश्चित रूप से टीम को मेंटर करेंगे। इस सीजन में वह मेंटर-कम-खिलाड़ी की भूमिका में नजर आएंगे। वह पहले से ही उसी नजरिए से चीजों को देख रहे हैं।' सीएसके में संजू सैमसन की मौजूदगी और रुतुराज गायकवाड़ की कप्तानी को भी उथप्पा ने भविष्य की तैयारी बताया।
युवाओं पर बड़ा खर्च
सीएसके ने मिनी ऑक्शन में 43.40 करोड़ रुपये के पर्स में से 41 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें से 28.4 करोड़ सिर्फ दो अनकैप्ड खिलाड़ियों पर लगाए गए। यह साफ संकेत है कि फ्रेंचाइजी धोनी के बाद के दौर के लिए मजबूत नींव तैयार कर रही है। धोनी के चाहने वालों के लिए भले यह भावुक पल हो, लेकिन सीएसके के लिए यह एक सोची-समझी और दूरदर्शी रणनीति मानी जा रही है।
