बिहान योजना से जुड़ी महिला समूह की सदस्य के परिवार को मिला प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा का लाभ

रायपुर :  ग्रामीण गरीब परिवारों, विशेषकर महिलाओं को स्वयं- सहायता समूहों के माध्यम से संगठित कर, उन्हें कौशल विकास, वित्तीय समावेशन और आजीविका के अवसर प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने का एक सरकारी कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना और सामाजिक रूप से सशक्त करना एवं गरीबी उन्मूलन है। स्वयं- सहायता समूहों को बैंकों से ऋण दिलाने और कम ब्याज दर पर वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना है।

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़ी महिला स्व-सहायता समूहों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सुकमा जिले में कलेक्टर के निर्देशन और जिला पंचायत के सीईओ के मार्गदर्शन में यह कार्य प्रभावी रूप से किया जा रहा है। जिले के अंतिम छोर पर स्थित विकासखंड कोंटा की राधा कृष्णा महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य श्रीमती अर्पणा बोस ढोेंद्रा, निवासी कोंटा का 17 अक्टूबर 2025 को आकस्मिक निधन हो गया। इस दुःखद घटना के बाद जिला प्रशासन के निर्देशानुसार त्वरित कार्रवाई की गई। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के सहयोग से अर्पणा बोस के बैंक खाते से जुड़ी प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अंतर्गत बीमा दावा तैयार किया गया। आवश्यक दस्तावेजों के साथ यह प्रकरण भारतीय स्टेट बैंक, शाखा कोंटा में विधिवत जमा किया गया।

बैंक द्वारा सभी औपचारिकताएं समय पर पूर्ण कर बीमा दावा उच्च कार्यालय भेजा गया। इसके परिणामस्वरूप 26 दिसम्बर 2025 को मृतक सदस्य के नामिनी टिंकू बोस (पुत्र) को 2 लाख रुपये की बीमा राशि स्वीकृत कर उनके खाते में जमा की गई। इस पूरी प्रक्रिया में बिहान परियोजना की पीआरपी, एफएलसीआरपी तथा भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों का सराहनीय सहयोग रहा। समय पर मिली इस सहायता से शोकाकुल परिवार को आर्थिक संबल प्राप्त हुआ।

उल्लेखनीय है कि शासकीय योजनाएं, विशेषकर बिहान और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, संकट के समय जरूरतमंद परिवारों के लिए मजबूत सहारा बन रही हैं। 18-50 आयु वर्ग के बैंक खाताधारकों को 2 लाख रूपए का जीवन कवर देती है, जिसमें किसी भी कारण से मृत्यु होने पर परिवार को आर्थिक सुरक्षा मिलती है।