मेलबर्न में कैफीन ओवरडोज से महिला की मौत, जानें कब जहर बन सकता है आपका पसंदीदा एनर्जी बूस्टर

मेलबर्न में कैफीन ओवरडोज से महिला की मौत, जानें कब जहर बन सकता है आपका पसंदीदा एनर्जी बूस्टर

मेलबर्न में 32 साल की क्रिस्टीना लैकमैन की कैफीन ओवरडोज से मौत हो गई। इस खबर के सामने आने के बाद अब इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि आखिर कैफीन की कितनी मात्रा शरीर के लिए सुरक्षित है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में जानेंगे कितना कैफीन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। साथ ही बताएंगे ज्यादा कैफीन के कुछ लक्षण।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। शायद की कोई ऐसी हो, जिसकी डाइट में कैफीन शामिल न हो। रोज पी जाने वाली चाय-कॉफी से लेकर आमतौर पर खाए जाने वाले फूड आइटम में कैफीन मौजूद रहता है। हालांकि, रोजाना कंज्यूम किया जाने कैफीन आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है। हाल ही में इससे जुड़ी एक चौंकाने वाली खबर सामने आई। मेलबर्न में रहने वाली 32 वर्षीय महिला क्रिस्टीना लैकमैन की कैफीन ओवरडोज से मौत हो गई। उनकी मौत की खबर सामने आने के बाद से ही इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि आखिर कैफीन की कितनी मात्रा सुरक्षित है? साथ ही यह भी जानना जरूरी है कि ज्यादा कैफीन इनटेक के क्या नुकसान हो सकते हैं। आइए इस आर्टिकल में फोर्टिस हॉस्पिटल, फरीदाबाद में न्यूरोलॉजी के निदेशक डॉ. विनीत बंगा से जानते हैं एडल्स के लिए कैफीन की कितनी मात्रा सेफ है और इसे ज्यादा मात्रा में लेने के क्या नुकसान हो सकते हैं।

कितना कैफीन है सुरक्षित?
यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के मुताबिक रोजाना 400 मिलीग्राम तक कैफीन लेना आम तौर पर स्वस्थ वयस्कों के लिए सुरक्षित है। इसका मतलब है कि रोजाना 4-5 कप कॉफी या 10 कैन कोला या 2 एनर्जी ड्रिंक पीने के नुकसान नहीं है। हालांकि, ये दिशा-निर्देश सभी के लिए नहीं हैं। शरीर का वजन, हेल्थ कंडीशन, दवाएं और सेंसिटिविटी जैसे फैक्टर्स कैफीन के प्रति प्रतिक्रिया को बदल सकते हैं।

कब हानिकारक हो सकती है कैफीन?
भले ही 400 मिलीग्राम कैफीन सुरक्षित माना जाता है, लेकिन बहुत ज्यादा मात्रा में इसका सेवन कैफीन टॉक्सिसिटी का कारण बन सकता है। FDA के अनुसार, लगभग 1,200 मिलीग्राम कैफीन इनटेक से व्यक्ति को कैफीन टॉक्सिसिटी के कारण दौरे भी आ सकते हैं। हालांकि, ये टॉक्सिसिटी सिर्फ कॉफी से शायद ही कभी होती होगी। आमतौर पर कैफीन की गोलियों, पाउडर या इसके सप्लीमेंट्स के ओवरडोज से ऐसा हो सकता है। क्रिस्टीना के मामले में यह पता चला कि अकेले कॉफी पीने से शरीर में इतना कैफीन नहीं आ सकता। उनके एक मेल से यह पता चला कि उन्होंने अपनी मौत वाले दिन