चुनाव से पहले जयंत चौधरी की अनोखी शर्त: ‘योग’ बनेगा टिकट का आधार, क्यों उठाया ये कदम?

दुनियाभर में शनिवार को 11 वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. देशभर के अधिकतर नेता योग दिवस को सेलिब्रेट कर रहे है. इसी दौरान मेरठ के सरधना चर्च में योग करने के बाद केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने एक बयान दिया. जिसमें उन्होंने कहा कि इस बार टिकट उन्हीं को मिलेगी जो ठिक से योग करके दिखाएंगे.

जयंत चौधरी ने कहा कि इस बार जब टिकट बाटेंगे तो योग करवाएंगे. इस बात को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया, तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि बहुत से लोगों की सांस टिकट लेते-लेते फूल जाती है. इसलिए इस बार टिकट देने से पहले योग करवाएगें. उन्होंने कहा इस बार अच्छी मानसिकता और अच्छे स्वास्थ्य वालों को टिकट देगें और आप स्वस्थ तभी होगें जब आप योग करेगें.

युवाओं को टिकट देने पर बोले चौधरी

भारत देश युवाओं का ही देश है. उन्होंने कहा इस बार युवाओं को टिकट बेशक मिलेगा. वह युवा को कितना सपोर्ट करते है इस बात को उन्होंने एक उदाहरण से समझाया. उन्होंने कहा कि युवा की राजनीति में भागीदारी अधिक हो, इसके लिए वह संसद में एक प्राइवेट बिल भी लेकर आए थे. उस बिल में युवाओं को एमपी या एमएलए बनाने की उम्र 25 साल से 21 साल करने का प्रस्ताव रखा था. उन्होंने कहा जब युवा 21 वर्ष की उम्र में नौकरी कर सकते हैं,अधिकारी बन सकते हैं, बिजनेस कर सकते हैं तो फिर एमपी या एमएलए क्यों नहीं बन सकते हैं?

योग के माध्यम से शांति लाने का प्रयास

आज के समय दुनियाभर में बेवजह युद्ध हो रहे हैं. चारों तरफ तनाव की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि हमारे योग दिवस की आज की जो थीम है वह पूरे विश्व को एक साथ ला सकती है. भारत हमेशा से शांति पर भरोसा करता है और उसी परंपरा को हम आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम योग के माध्यम से लोगों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं.

योग दुनिया को जोड़ता है- पीएम

प्रधानमंत्री मोदी ने विशाखापट्टनम में 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिकों के साथ योग दिवस मनाया. पीएम ने लोगों को योग का मतलब समझाते हुए कहा कि योग का मतलब होता है जोड़ना. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को योग ने ही जोड़ रखा है. पीएम ने कहा कि जहां पूरे विश्व में युद्ध की वजह से तनाव चल रहा है, तो ऐसी स्थिति में शांति पाने का एक ही साधन है, वह है सिर्फ योग.