बैंक अफसरों को रातभर बंधक बनाकर पीटा, UPI के जरिए साथियों से मंगवाए रुपये

उत्तर प्रदेश के बस्ती के परशुरामपुर के जीतीपुर बड़ौदा यूपी बैंक के प्रबंधक व सहप्रबंधक को बंधक बनाकर मारपीट व लूटपाट करने वाले 25-25 हजार रुपये के इनामी दो बदमाशों को पुलिस ने अलग-अलग दो मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पैर में गोली लगने से घायल होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

शनिवार को बैंक का काम निपटाकर अपने घर अयोध्या के साकेतपुरी जा रहे प्रबंधक रवि तिवारी व सह प्रबंधक का बदमाशों ने श्रंगीनारी के पास अपहरण कर लिया था। रविवार को दोपहर डेढ़ बजे उन्हें सूनसान जगह पर ले जाकर छोड़े था। बदमाशों ने मार-पीटकर ब्रांच मैनेजर से उनके कई सहकर्मियों से फोन करवाकर यूपीआई के जरिए रुपये भी मांगे थे। घटना में दो अन्य बदमाशों का नाम प्रकाश में आया है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

एसपी अभिनंदन ने पुलिस लाइंस प्रेक्षागृह में खुलासा करते हुए बताया कि थाना परशुरामपुर, वाल्टरगंज व दुबौलिया पुलिस की संयुक्त टीम ने स्वाट, एसओजी व सर्विलांस सेल की संयुक्त कार्रवाई में 25-25 हजार रुपये के इनामी दोनों बदमाशों को सवा घंटे के भीतर मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी गौतम सिंह निवासी तावेपुर थाना छपिया, जनपद गोण्डा को थाना परशुरामपुर के हैदराबाद के पास दोपहर 12.27 बजे मुठभेड़ में पकड़ा गया। उससे मिली सूचना के आधार पर छावनी थानाक्षेत्र के नगरा बदली निवासी अनुज प्रताप उर्फ मुरारी सिंह को थाना दुबौलिया के सरवरपुर से दोपहर 01.45 बजे मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया। 

एसपी के मुताबिक दोनों ने पुलिस को देखकर फायरिंग की। आत्मरक्षा में की गई जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैर में गोली लगी। दोनों के पास से घटना में प्रयुक्त एक-एक बाइक, दो तमंचा, लूट-फिरौती के साढ़े 10 हजार रुपये बरामद किए गए। मुख्य आरोपी गौतम गोंडा जिले के छपिया थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ पैकोलिया, छावनी थाने में भी लूट, आर्म्स एक्ट आदि के आठ केस दर्ज हैं। जबकि दूसरे बदमाश के खिलाफ भी दो केस दर्ज है। 

यह है घटना

पैकोलिया थानाक्षेत्र के जीतीपुर यूपी बड़ौदा बैंक के शाखा प्रबंधक रवि तिवारी व फील्ड ऑफिसर रसिक बिहारी शनिवार को शाम करीब साढ़े पांच बजे बैंक बंद करके घर अयोध्या जनपद के साकेतपुरी कॉलोनी के लिए जा रहे थे। परसा-परशुरामपुर मार्ग पर परशुरामपुर थानाक्षेत्र के गोपीनाथपुर बाजार से आगे दो बाइक पर सवार कुछ लोगों ने कार को ओवरटेक करके रोक लिया। कार समेत काबू में करके एक ऊंची चहारदीवारी के पास कार खड़ी करा दी और पूरी रात एक सुनसान स्थान पर बंधक बनाकर रखा गया और दिन में छोड़ा गया। 

आरोप है कि उनके साथ मारपीट की गई। रवि तिवारी ने पुलिस को बताया कि पूरी रात उनसे दबाव बनाकर उसके स्टाफ के लोगों से यूपीआई के जरिए रुपये मंगाए गए। चार-पांच की संख्या में बदमाशों ने दोनों बैंक कर्मियों को काफी मारापीटा। दोपहर उनके चंगुल से छूटने के बाद वे लोग घर पहुंचे। बैंक के अन्य सहकर्मियों के साथ थाने पर पहुंचे। पुलिस ने पहले तो मामले को हल्के में लिया लेकिन थाने पर बैंक अधिकारियों की भीड़ बढ़ते जाने से रात में पुलिस ने तेजी दिखाई। जिसके परिणामस्वरूप दो बदमाश धर दबोचे गए।