पूरे प्रदेश में लागू हो सकती है ‘रेवा शक्ति’ योजना

एक या दो बेटियों वाले माता-पिता का बनेगा कीर्ति कार्ड, मिलेगी छूट

भोपाल । मप्र में बेटियों का वरदान बनाने के लिए प्रदेश सरकार कई योजनाएं चला रही है। इसी कड़ी में एक और योजना को प्रदेशभर में लागू करने पर विचार किया जा रहा है। वह योजना है ‘रेवा शक्ति’। यह योजना कुछ जिलों में लागू की गई है। योजना के उद्देश्य को देखते हुए प्रदेश सरकार इसे प्रदेशभर में लागू करने की तैयारी कर रही है। गौरतलब है कि सबसे पहले हरदा में इस अभियान को शुरू किया गया था। हरदा जिले में बेटियों के प्रति सामाजिक जागरूकता और लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए तत्कालीन कलेक्टर आदित्य प्रताप सिंह ने रेवा शक्ति अभियान की पहल की थी। यह अभियान बेटियों के जन्म, शिक्षा, और सम्मान को बढ़ावा देने के लिए कई अभिनव कदम उठाने पर केंद्रित है। इस अभियान की सफलता को देखते हुए कहा जा सकता है कि हरदा प्रदेश का पहला जिला है, जहां बेटियों के लिए इतने व्यापक और अभिनव कदम उठाए गए हैं। अब बेटियों को बढ़ावा देने के लिए अशोकनगर कलेक्टर आदित्य प्रताप सिंह ने भी रेवा शक्ति योजना शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इस योजना के तहत एक या दो बेटियों वाले माता-पिता को कीर्ति कार्ड दिया जा रहा है। कार्डधारकों को किराना दुकान, प्राइवेट स्कूल और अस्पतालों में छूट मिलेगी। सरकारी दफ्तरों में इन्हें लाइन में नहीं लगना होगा। इनके कामों को प्राथमिकता दी जाएगी।

बेटियों को बढ़ावा देना योजना का उद्देश्य
योजना का उद्देश्य घटते लिंगानुपात को सुधारना है। जिले का लिंगानुपात 887 है, जो 1000 की तुलना में काफी कम है। योजना पूरी तरह स्वैच्छिक है। ज्यादातर किराना दुकानों ने विशेष छूट देने का वादा किया है। कुछ स्कूल और अस्पताल पूरी फीस माफ करने को तैयार हैं।

इन विभागों में कीर्ति कार्ड धारकों को मिलेगी छूट
योजना को लागू करने के लिए अलग-अलग विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी प्राइवेट अस्पतालों में छूट पर नजर रखेंगे। परिवहन विभाग किराए में छूट सुनिश्चित करेगा। खाद्य सुरक्षा अधिकारी किराना दुकानों की निगरानी करेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी स्कूलों में फीस और किताबों में छूट दिलवाएंगे। खेल और पर्यटन विभाग खेलों में भागीदारी बढ़ाएगा और पर्यटन स्थलों पर छूट देगा। इसमे भोपाल में भी संस्थानों से चर्चा की जाएगी, जिससे राजधानी स्तर पर भी कीर्ति कार्ड धारकों को छूट मिल सकेगी।

अशोकनगर में 29 जून से होगी योजना की शुरुआत
29 जून को अशोकनगर से चंदेरी तक साइकिल रैली निकाली जाएगी। इसमें करीब 100 साइकिलिस्ट शामिल होंगे। यह पहली बार है जब प्रशासनिक स्तर पर इस तरह की रैली हो रही है। अभियान के तहत पालकों को कीर्ति कार्ड दिए जाएंगे। कार्ड धारकों को जनसुनवाई में प्राथमिकता मिलेगी। बैठने की व्यवस्था भी रहेगी। समस्याओं का तुरंत समाधान किया जाएगा। जिले के अलग-अलग कार्यालयों में कीर्ति कॉर्नर बनाए जाएंगे। अब तक अशोनगर जिले में 9 हजार 228 पालक चिह्नित किए जा चुके हैं। इनमें वे लोग शामिल हैं जिनकी एक या दो बेटियां हैं और तीसरी डिलीवरी नहीं हुई। साथ ही वे पिता भी शामिल हैं, जिनकी बेटियां शादी योग्य हो चुकी हैं। आगे इस योजना में ओर भी बदलाव किए जाएंगे।

रेवा शक्ति अभियान का उद्देश्य
कलेक्टर आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि स्कूलों, अस्पतालों और दुकानों से सहयोग मांगा गया है। सभी ने खुशी से मदद करने की बात कही है। हम बेटियों के माता-पिता को खास एहसास दिलाना चाहते हैं, जिससे और लोग बेटियों को लेकर जागरूक हो सकें। रेवा शक्ति अभियान का उद्देश्य बेटियों के पिता को सम्मान देना और समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच बढ़ाना है।