हैदराबाद: तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में पशम्यलारम में सिगाची इंडस्ट्रीज के दवा संयंत्र में सोमवार 30 जून को हुए ब्लास्ट में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. कंपनी ने एक आधिकारिक बयान जारी कर पुष्टि की कि इस दुखद दुर्घटना में 40 श्रमिकों की मौत हो गई है और 33 अन्य घायल हैं. कंपनी मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है.
मुआवजे की घोषणाः प्रबंधन की ओर से बोलते हुए कंपनी सचिव विवेक कुमार ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक कर्मचारी के परिवार को 1 करोड़ रुपये मुआवजा देने की घोषणा की. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि घायलों को पूर्ण चिकित्सा सहायता और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी.
रिएक्टर विस्फोट से इंकारः विस्फोट के कारणों की जांच चल रही है. शुरुआती अटकलों में रिएक्ट में विस्फोट होने की आशंका जतायी जा रही थी. कंपनी ने इससे इंकार किया. कंपनी के सचिव ने कहा कि दुर्घटना रिएक्टर विस्फोट के कारण नहीं हुई थी. उन्होंने बताया कि विस्तृत जांच होने तक संयंत्र में परिचालन तीन महीने के लिए निलंबित रहेगा. बयान में कहा गया है कि, "हम आगे कोई निष्कर्ष निकालने से पहले सरकार की जांच रिपोर्ट का इंतजार करेंगे."
लोगों में आक्रोशः इस त्रासदी ने क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों को लेकर आक्रोश और चिंता पैदा कर दी है. उम्मीद है कि सरकार जल्द ही आधिकारिक जांच के साथ कदम उठाएगी. इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई लोगों ने दुख व्यक्त किया है. पीएम राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और वहीं, घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की है.
हादसे के 147 मजदूर कर रहे थे कामः सिगाची कंपनी में माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज नामक दवा बनाई जाती है. यह कंपनी गुजरात की है. तेलंगाना और महाराष्ट्र में भी इसकी इकाई है. तेलंगाना के पशम्यलारम इंडस्ट्रियल एस्टेट में कंपनी करीब चार एकड़ में है. इस इंडस्ट्री में चार ब्लॉक हैं. सिक्योरिटी ब्लॉक के पीछे प्रोडक्शन डिपार्टमेंट है. यहीं पर दवा बनाई जाती है. ऊपरी मंजिल पर क्वालिटी कंट्रोल और एडमिन डिपार्टमेंट हैं. हादसे के समय कुल 147 मजदूर प्लांट में काम कर रहे थे.