लव ट्रायंगल में रची खौफनाक साजिश, सुपारी देकर करवाई हत्या

खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के जंगल में मिले शव के अंधे कत्ल का खुलासा करने में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल इस मामले में बुरहानपुर में एक ट्रैक्टर शोरूम में काम करने वाली महिला के दो प्रेमियों के चलते सुपारी देकर, एक प्रेमी द्वारा दूसरे की हत्या करवाना सामने आया है। इसके बाद पुलिस ने हत्यारे प्रेमी के साथ ही सुपारी लेकर हत्या में शामिल हुए तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं अब चारों का रिमांड लेकर पुलिस उनसे घटना को लेकर पूछताछ कर रही है।

बुराहनपुर के एक ट्रैक्टर शोरूम पर काम करने वाले चेतन का काम के साथ-साथ वहीं की एक महिला कर्मचारी से दिल लग गया। शुरुआत में तो सब कुछ ठीक था, लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया जब, उसी महिलाकर्मी से शोरूम मालिक सावंत उर्फ रितेश पाटिल के भी रिश्ते जुड़ गए। अब यह कहानी प्रेम के ट्राएंगल में तब्दील हो गई। हालांकि ट्रैक्टर शोरूम के मालिक रितेश को डर सताने लगा कि यदि चेतन को उसकी प्रेमिका से रितेश के अवैध संबंध होने की भनक लगेगी, तो चेतन हंगामा कर उसकी इज्जत खराब कर देगा। इसके बाद शोरूम मालिक ने युवक को मारने की योजना बनाई।

एक ओर जहां रितेश को डर था कि अगर चेतन को उसके संबंधों की भनक लगेगी, तो उसकी इज्जत, कारोबार और रुतबा – सब मिट्टी में मिल जाएगा। तो वहीं इस दौरान चेतन को इन अवैध संबंधों के बारे में सब कुछ मालूम चल भी गया। इसके बाद रितेश ने चेतन को ही रास्ते से हटाने की ठानी, और इस काम में उसने अपने पुराने परिचित चंदन और खुमसिंह नाम के दो लोगों को एक-एक लाख रुपए की सुपारी देकर प्लान में शामिल किया। हालांकि घटना के ठीक पहले रितेश ने एक अन्य आरोपी संजय को भी 50 हजार रुपए का लालच देकर इस प्लान में शामिल किया, और इस तरह से इन चारों ने मिलकर चेतन की हत्या करने का षड्यंत्र रचा।

5 मई की सुबह चेतन को चंदन नाम के आरोपी ने ट्रैक्टर खरीदने का बहाना बनाकर, झिरनिया थाना क्षेत्र की हेला पड़ावा चौकी के अंतर्गत आने वाले पलोना के जंगल में मिलने बुलाया। जैसे ही चेतन मोटरसाइकिल से वहां पहुंचा, पहले उसे बातचीत में उलझाया गया, फिर चारों ने मिलकर गमछे से उसका गला घोंटकर निर्मम हत्या कर दी।

इधर पुलिस को अगले दिन 6 मई को पलोना के जंगल में एक अज्ञात लाश मिली, जिसके गले में गमछा, पास में बाइक और मोबाइल पड़ा था। शव की कोई पहचान नहीं थी, जिसके चलते पुलिस ने सोशल मीडिया पर शव के फोटो डाले, और जल्द ही मृतक की शिनाख्त नागपुर निवासी चेतन के रूप में हुई। मामले की जांच में एसडीओपी राकेश आर्य, थाना प्रभारी नाथूसिंह रंधा और चौकी प्रभारी रमेश गेहलोत की टीम ने साइबर सेल, डॉग स्क्वाड, एफएसएल और फिंगरप्रिंट विशेषज्ञों की मदद ली और तह तक पहुंच कर खुलासा किया। इसके बाद पूछताछ में आरोपी रितेश ने कबूल किया कि चेतन उसे बदनाम कर देता। इससे उसका सब कुछ छिन जाता। इसलिए उसे मिटा देना ही उसे ठीक लगा।