भारत-अमेरिका रिश्तों में नई कड़ी, शिष्टमंडल आया दिल्ली; टैरिफ तनाव के बीच होगी ट्रेड डील पर चर्चा

व्यापार: ट्रंप की टैरिफ नीति लेकर पनपे तनाव के बीच भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत फिर शुरू होने जा रही है। ट्रंप प्रशासन के मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल सोमवार रात नई दिल्ली पहुंचा। रूस से तेल खरीदने को लेकर ट्रंप के भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद दोनों देशों के बीच पहली बार द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर वार्ता होगी। गौरतलब है कि व्यापार वार्ता को लेकर हाल के कुछ दिनों में राष्ट्रपति ट्रंप के रुख में बड़ा बदलाव आया है, जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गर्मजोशी से स्वागत किया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और स्वाभाविक साझेदार हैं।

प्रस्तावित भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) की पांच दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है। इससे पहले अमेरिकी टीम 25 अगस्त को छठे दौर की बातचीत के लिए भारत आने वाली थी। लेकिन अमेरिका की ओर से टैरिफ लगाए जाने के बाद यह वार्ता टाल दी गई थी। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि हमने पहले भी संकेत दिया है कि चर्चाएं चल रही हैं। अमेरिका के मुख्य वार्ताकार भारत आ रहे हैं। वे बातचीत करेंगे ताकि पता चल सके कि आगे क्या स्थिति बनती है।

यह छठे दौर की वार्ता नहीं: सचिव
भारत के मुख्य वार्ताकार और वाणिज्य मंत्रालय में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि यह छठे दौर की वार्ता नहीं है, लेकिन इसमें व्यापार वार्ता पर चर्चा हो रही है और यह देखने का प्रयास किया जा रहा है कि हम भारत और अमेरिका के बीच किस प्रकार किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं? भारत और अमेरिका साप्ताहिक आधार पर वर्चुअल माध्यम से चर्चा में लगे हुए हैं। अधिकारी ने कहा कि अब तक चर्चा चल रही थी, लेकिन हम ज्यादा प्रगति नहीं कर पा रहे थे, क्योंकि समग्र वातावरण अनुकूल नहीं था। मंगलवार की वार्ता को छठे दौर की वार्ता के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, लेकिन इसमें भविष्य की कार्रवाई पर निर्णय लिया जा सकता है।

कौन हैं ब्रेंडन लिंच
ट्रंप प्रशासन के मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि हैं। वह क्षेत्र के 15 देशों के संबंध में अमेरिकी व्यापार नीति के विकास और कार्यान्वयन की देखरेख करते हैं। इसमें अमेरिका-भारत व्यापार नीति फोरम (टीपीएफ) का प्रबंधन और क्षेत्रीय भागीदारों के साथ व्यापार और निवेश रूपरेखा समझौतों (टीआईएफए) के तहत गतिविधि का समन्वय शामिल है।

टैरिफ पर भारत के अडिग रुख से ट्रंप का यूटर्न
भारत पर 50 फीसदी टैरिफ (रूस से तेल खरीदने के लिए 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ समेत) लगाने के ट्रंप के फैसले के बाद उनके कड़े बयानों से संबंधों में हफ्तों तक तनाव के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में हाल ही में सुधार के संकेत मिले हैं। ट्रंप ने दो बार भारत के साथ अपने देश के संबंधों की सराहना की है। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की भी प्रशंसा की है और उनसे अपनी पुरानी दोस्ती को मजबूत करने पर जोर दिया है। पीएम मोदी ने भी ट्रंप की टिप्पणियों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।

ट्रंप ने यह कहा था
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा था कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं। मैं आने वाले हफ्तों में अपने बहुत अच्छे मित्र, प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे दोनों महान देशों के लिए एक सफल निष्कर्ष पर पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी!'  राष्ट्रपति ने कहा था कि उन्हें पूरा विश्वास है कि दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता को सफलतापूर्वक पूरा करने में कोई कठिनाई नहीं होगी और वह आने वाले हफ्तों में अपने बहुत अच्छे दोस्त मोदी से बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं।

पीएम मोदी ने दिया जवाब
ट्रंप के पोस्ट के जवाब में पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'भारत और अमेरिका घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं। मुझे विश्वास है कि हमारी व्यापार वार्ताएं भारत-अमेरिका साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेंगी। हमारी टीमें इन चर्चाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए काम कर रही हैं। मैं राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के लिए भी उत्सुक हूं। हम दोनों देशों के लोगों के लिए एक उज्जवल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगे।