भारतीय खिलाड़ियों की चमक से बौखलाए अफरीदी, शिखर धवन पर दिया विवादित बयान

नई दिल्ली : विश्व चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स टूर्नामेंट में भारत के पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार करने पर पाकिस्तान चैंपियंस के कप्तान शाहिद अफरीदी बौखला गए हैं। बौखलाहट में उन्होंने अनाफ शनाफ बोलना शुरू कर दिया है। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत के पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर से पड़ोसी मुल्क में काफी तबाही हुई थी। भारत ने उनके आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें कई आतंकियों के मारे गए थे। इससे बौखलाकर पाकिस्तान ने भारत की आम लोगों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया और उनके हमलों को नेस्तनाबूद कर दिया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया। पाकिस्तान की कायराना हरकत के लिए भारत ने उसके खिलाफ लीजेंड्स विश्व चैंपियनशिप में खेलने से इनकार कर दिया था। कप्तान युवराज सिंह, सुरेश रैना, इरफान पठान, शिखर धवन समेत कई खिलाड़ियों ने पाकिस्तान से खेलने से मना कर दिया था और फिर मैच को रद्द कर दिया गया। अब इस अफरीदी ने जहर उगला है। उन्होंने धवन को लेकर भी बेतुका बयान दिया है।

मैच रद्द होने के बाद अफरीदी ने पत्रकारों से बात करते हुए बेतुका बयान दिया। पहले भी अफरीदी क्रिकेट और राजनीति को अलग रखने की बात कर चुके हैं, लेकिन खुद उनके बयान राजनीति से प्रेरित रहते हैं। इस बार उन्होंने कहा, 'हम यहां क्रिकेट खेलने आए हैं और मैंने हमेशा से कहा है कि क्रिकेट को राजनीति से दूर रखना चाहिए। एक खिलाड़ी को अच्छा दूत होना चाहिए, अपने देश के लिए शर्मिंदगी का कारण नहीं।' पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम के पूर्व कप्तान ने यहां तक कहा कि अगर भारत नहीं खेलना चाहता था तो यहां पर नहीं आना चाहिए था।

अफरीदी ने बेतुका बयान देते हुए कहा, 'हम यहां क्रिकेट खेलने आए हैं। अगर (भारत) पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहता था, तो उन्हें यहां आने से पहले मना कर देना चाहिए था। लेकिन अब आप आ गए हैं, यहां तक कि अभ्यास सत्र भी आयोजित किए हैं और फिर अचानक एक ही दिन में सब कुछ बदल दिया है।' अफरीदी का बयान इसलिए बेतुका है क्योंकि भारत ने पाकिस्तान से नहीं खेलने के फैसले से आयोजकों को 11 मई को ही अवगत करा दिया गया था। धवन ने टूर्नामेंट के आयोजकों को लिखा एक ईमेल साझा किया, जिसमें इस बात की पुष्टि की गई थी।

मेल में बताया गया है कि पाकिस्तान से नहीं खेलने का फैसला वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति को देखते हुए किया गया था। धवन ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, 'जो कदम 11 मई को लिया, उस पर आज भी वैसे ही खड़ा हूं। मेरा देश मेरे लिए सब कुछ है, और देश से बढ़कर कुछ नहीं होता।' अफरीदी ने धवन के ऐसा कहने पर उनको लेकर भी भला बुरा कहा। अफरीदी ने धवन को 'खराब अंडा' बताया, क्योंकि वह डब्ल्यूसीएल में भारत-पाकिस्तान मैच पर आपत्ति उठाने वाले पहले व्यक्ति थे।

अफरीदी ने कहा, 'खेल से लोग करीब आते हैं, लेकिन अगर हर चीज में राजनीति शामिल हो जाए तो हम कैसे आगे बढ़ेंगे? जब तक हम एक साथ बैठकर मुद्दों पर चर्चा नहीं करेंगे, तब तक कुछ भी नहीं सुधरेगा। संचार की कमी केवल चीजों को बदतर बनाती है। हम यहां क्रिकेट खेलने, आमने-सामने बातचीत और दोस्ताना बातचीत करने आए हैं। लेकिन कभी-कभी, एक सड़ा हुआ अंडा होता है जो हर किसी के लिए सब कुछ खराब कर देता है।'

अफरीदी ने जहर उगलते हुए कहा, 'अगर मुझे पता होता कि मैच मेरी वजह से रोका जा रहा है तो मैं मैदान पर भी नहीं जाता, लेकिन क्रिकेट चलता रहना चाहिए। क्रिकेट के सामने शाहिद अफरीदी क्या हैं? कुछ नहीं। खेल पहले आता है। एक खेल के तौर पर क्रिकेट सबसे बड़ी चीज है। इसमें राजनीति लाना या कोई भारतीय क्रिकेटर कह रहा है कि वह पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलेगा – तो मत खेलो, बस बाहर बैठो। लेकिन खेल बड़ा है, क्रिकेट बड़ा है और यह शाहिद अफरीदी से भी बड़ा है।'