ग्वालियर : ग्वालियर में सरेराह अरविंद ठाकुर ने अपनी पत्नी नंदिनी ठाकुर की चार गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद वह फेसबुक पर लाइव आया और तड़पते हुए लोगों को बीवी का किस्सा सुनाया है। अरविंद का आरोप है कि अपने बॉयफ्रेंड के बहकावे में आकर उसने मुझ पर झूठा केस किया। पुलिस जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि अरविंद से पहले भी नंदिनी के कई लोगों से संबंध रहे। अरविंद पांचवां था, जिससे उसने शादी की थी। ग्वालियर पुलिस अब मामले की तह तक जा रही है।
नंदिनी ठाकुर को पति ने मार दी गोली
अरविंद ठाकुर ने ग्वालियर में सरेराह अपनी पत्नी नंदिनी ठाकुर की हत्या कर दी थी। पत्नी का असली नाम नंदिनी केवट है। नंदिनी और अरविंद एक-दूसरे से 2022-23 में संपर्क में आए थे। इसके बाद 2023 में परिवार को बिना जानकारी दिए दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। शादी के बाद ग्वालियर में दोनों परिवार से अलग रहने लगे।
कुछ दिनों बाद ही खटपट शुरू
शादी के कुछ दिनों बाद ही अरविंद और नंदिनी में खटपट शुरू हो गई। 17 नवंबर 2024 को नंदिनी ने सिरोल और विश्वविद्यालय थाने में अरविंद के खिलाफ केस दर्ज करवाया। इसमें एक केस यह था कि कार से कुचलकर मारने की कोशिश की है। इस आरोप में अरविंद ठाकुर तीन महीने तक जेल में भी रहा। बाद में नंदिनी कोर्ट में शपथ पत्र देकर केस वापस ले ली थी। फिर दोनों ने साथ रहने लगे। सोशल मीडिया पर अरविंद खूब नंदिनी पर प्यार लुटाता था। सितंबर 2025 से अरविंद अपनी पत्नी को लेकर फिर से उल्टा सीधा पोस्ट करने लगा।
अरविंद की थी यह तीसरी शादी और नंदिनी का पांचवां रिलेशन
वहीं, दोनों के निजी रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं। नंदिनी की भी पहले शादी हो चुकी है। एक की हत्या के आरोप में वह साढ़े चार साल तक जेल में भी रही है। अरविंद की शिकायत के अनुसार नंदिनी का उसके साथ पांचवां रिलेशन था। वहीं, अरविंद ठाकुर की भी नंदिनी से तीसरी शादी हुई थी। वह पत्नियों से तलाक लिए बिना ही नंदिनी के साथ रहता था।
जेल में रह चुकी है नंदिनी
नंदिनी केवट मूल रूप से झांसी की रहने वाली है। 10 साल पहले दतिया में गोटीराम केवट से उसकी शादी हुई थी। अरविंद के आरोपों के अनुसार नंदिनी के संबंध छोटू केवट, निमलेश सेन और फिरोज खान से भी रहे। 2017 में उसने निमलेश सेन की हत्या करवा दी। इसके बाद साढ़े चार साल जेल में रही। जेल से आने के बाद अरविंद के संपर्क में आई। अरविंद के साथ उसका पांचवां रिलेशन था।
हत्या के समय भी दो बॉयफ्रेंड
अरविंद का आरोप है कि नंदिनी अपने बॉयफ्रेंड के बहकावे में आ गई थी। उन्हीं के बहकावे में आकर झूठा केस किया। हत्या के समय भी दोनों साथ थे। उनका नाम अंकुश पाठक और कल्लू पंचाल है। साइबर सेल में नंदिनी के साथ दोनों गए थे। अरविंद ने जब नंदिनी को मारने के लिए रोका तो वे दोनों भाग गए। दोनों ने बताया कि नंदिनी के साथ हमलोग शिकायत करने गए थे। इसके साथ ही अरविंद ने आरोप लगाया है कि वह हमारी संपत्ति हड़पना चाहती थी। साथ ही झूठे मुकदमे में फंसा रही थी।