नई दिल्ली । इंग्लैंड और भारत के बीच हाल ही में संपन्न पांच मैचों की टेस्ट सीरीज ने क्रिकेट प्रेमियों को पूरी तरह बांधे रखा। न केवल स्टेडियम में, बल्कि टीवी, स्मार्टफोन और रेडियो पर भी फैंस हर पल का लुत्फ उठाते नजर आए। सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई, और लगभग हर मैच का परिणाम आखिरी दिन सामने आया। दो मुकाबले बेहद करीबी रहे, जिनमें एक इंग्लैंड और एक भारत ने जीता। इसके बावजूद इंग्लैंड के एक पूर्व क्रिकेटर ने इस सीरीज को अब तक की सर्वश्रेष्ठ सीरीज मानने से इंकार कर दिया और कहा कि इसमें वह क्वालिटी नहीं थी, जो 2005 की मशहूर एशेज सीरीज में देखने को मिली थी।
सीरीज के पहले टेस्ट में लीड्स में इंग्लैंड ने एक बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की। इसके बाद भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की और एजबेस्टन टेस्ट अपने नाम किया। तीसरा मुकाबला लॉर्ड्स में खेला गया, जहां इंग्लैंड ने 22 रन से जीत दर्ज की। मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा, जबकि ओवल में खेले गए निर्णायक मुकाबले में भारत ने महज 6 रन से रोमांचक जीत दर्ज की। इस दौरान कभी गेंद और बल्ले के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, तो कभी खिलाड़ियों के बीच तीखी नोकझोंक ने माहौल गरमा दिया।
इस सीरीज को एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तहत खेला गया, जिसे कई फैंस ने हाल की सबसे बेहतरीन सीरीज बताया। हालांकि, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और माइकल एथरटन इस राय से सहमत नहीं हैं। एक बातचीत के दौरान एथरटन ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इस सीरीज की क्वालिटी 2005 की एशेज सीरीज जैसी थी। मैंने अब तक उससे बेहतर कोई सीरीज नहीं देखी। वह एक शानदार टीम थी जो ढलान पर भी थी और उभर भी रही थी, जिसमें अपने खेल के शीर्ष पर मौजूद बेहतरीन खिलाड़ी थे। लेकिन हां, यह शायद 2005 के बाद की सबसे अच्छी सीरीज थी।”
उन्होंने आगे कहा, “2023 की एशेज भी शानदार थी, लेकिन मैं इस सीरीज को 2005 के बाद की सर्वश्रेष्ठ सीरीज कहूंगा। वोक्स और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों के दिलेरी भरे पल और लगातार उतार-चढ़ाव ने इसे खास बना दिया।” नासिर हुसैन और माइकल एथरटन, दोनों ही इस सीरीज की कमेंट्री टीम का हिस्सा थे और उन्होंने हर क्षण को करीब से महसूस किया। इस तरह, भले ही इसे 2005 की एशेज के स्तर का नहीं माना जा रहा, लेकिन रोमांच, प्रतिस्पर्धा और यादगार पलों के मामले में यह सीरीज लंबे समय तक फैंस के जेहन में ताजा रहेगी।
एंडरसन-तेंदुलकर एक रोमांचक सीरीज पर 2005 एशेज से बेहतर नहीं : एथरटन
