नई दिल्ली: भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन को एशिया कप 2025 के पहले मैच में बड़ा मौका मिला। बुधवार को भारतीय टीम प्रबंधन ने उन्हें यूएई के खिलाफ प्लेइंग-11 में शामिल कर बड़ा संकेत दिया कि सैमसन पर उनका भरोसा मजबूत है। अब इस पर रविचंद्रन अश्विन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह इस फैसले से चौंक गए।
लंबे समय से टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम से बाहर रहे टेस्ट कप्तान शुभमन गिल भी इस टूर्नामेंट का हिस्सा हैं, जिससे यह कयास लगाए जा रहे थे कि क्या सैमसन को मौका मिलेगा? लेकिन कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टूर्नामेंट से पहले साफ कर दिया कि टीम सैमसन का खास ख्याल रख रही है।
मिडिल ऑर्डर में मिली जगह
गिल की गैरमौजूदगी में सैमसन हाल के मैचों में अभिषेक शर्मा के साथ ओपनिंग कर रहे थे। हालांकि, यूएई के खिलाफ पहले मुकाबले में उन्हें मिडिल ऑर्डर में बैटिंग करने भेजा गया। यह टीम रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, ताकि पारी को स्थिरता दी जा सके। यह कदम टीम मैनेजमेंट के सैमसन पर विश्वास को दर्शाता है।
आर अश्विन का विश्लेषण
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर और अनुभवी गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब शो 'ऐश की बात' में इस फैसले की तारीफ की। उन्होंने कहा, "मैं हैरान हूं, लेकिन बेहद खुश भी हूं कि सैमसन को इतना बैकिंग मिल रहा है। कोच और कप्तान का उन पर विश्वास गजब का है। सूर्यकुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि- 'हम उनका ख्याल रख रहे हैं' और यह साफ दिख रहा है। अगर सैमसन खेल रहे हैं तो उन्हें पावरप्ले में बड़ा रोल निभाना होगा। अगर शुरुआती विकेट गिरता है तो सैमसन को तुरंत भेजना चाहिए।"
'प्रोजेक्ट संजू सैमसन' का खुलासा
अश्विन ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि संजू सैमसन ने खुद उन्हें अपने और हेड कोच गौतम गंभीर के बीच हुई बातचीत के बारे में बताया। अश्विन ने कहा, 'संजू ने मुझसे इंटरव्यू में कहा कि गंभीर ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि अगर वह लगातार 21 बार भी शून्य पर आउट हों, तब भी उन्हें 22वें मैच में मौका मिलेगा। यही है 'प्रोजेक्ट संजू सैमसन'। यह दिखाता है कि टीम मैनेजमेंट उन पर कितना भरोसा करता है।'
टीम मैनेजमेंट का विश्वास
इस तरह का भरोसा भारतीय क्रिकेट में बहुत कम देखने को मिलता है। आमतौर पर खिलाड़ी को लगातार खराब प्रदर्शन के बाद बाहर कर दिया जाता है, लेकिन इस बार टीम मैनेजमेंट ने साफ कर दिया है कि वह सैमसन के साथ लंबी पारी खेलना चाहते हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार यादव सैमसन को टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।
आने वाले मैचों में बड़ी भूमिका
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले एशिया कप के हाई-वोल्टेज मुकाबले से पहले इस तरह का भरोसा सैमसन के आत्मविश्वास को और बढ़ा देगा। अगर उन्हें लगातार मौके मिलते हैं, तो वह अपनी काबिलियत से टीम को बड़ी जीत दिला सकते हैं। भारतीय टीम के लिए यह रणनीति आने वाले टी20 विश्व कप की तैयारी का भी हिस्सा मानी जा रही है। अगले साल टी20 विश्व कप भारत और श्रीलंका की सह-मेजबानी में होना है।