भोपाल : राजधानी भोपाल में सोमवार को लोगों ने मांस से भरा लोडिंग ऑटो पकड़ा. आरोप है कि इस लोडिंग आटो में जो मांस है, वह गाय का है. लोगों का आरोप है कि ऐशबाग थाना क्षेत्र में स्थित कम्मू के बाग में गोकशी की जा रही थी, जिसके बाद कुछ संगठन के सदस्यों ने यहां की रैकी शुरू की. जब सुनिश्चित हो गया कि कम्मू के बाग में गायों की हत्या की जाती है और मांस व अन्य अवशेष को लोडिंग ऑटो के जरिए बाहर भेज दिया जाता है तो रोष फैल गया.
दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज, गिरफ्तार
लोगों को शनिवार रात में भी कम्मू के बाग में स्थित एक मकान गोकशी होने की सूचना मिली. इसके बाद सोमवार सुबह कुछ संगठन के कार्यकताओं ने एक लोडिंग ऑटो का पीछा किया. भोपाल-रायसेन रोड पर जब लोडिंग ऑटो में भरकर इसके अवशेष को आदमपुर छावनी की ओर ले जाया जा रहा था, उसी समय कार्यकर्ताओं ने लोडिंग ऑटो को पकड़ लिया. इसका रजिस्ट्रेशन नंबर एमपी 04, एलडी 3399 है. इसकी शिकायत पर ऐशबाग थाना पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है, इनसे पूछताछ की जा रही है.
गोकशी के विरोध में 80 फीट रोड जाम
सोमवार सुबह कम्मू के बाग में गोकशी की जानकारी सोशल मीडिया पर तेजी से फैली. नतीजन कुछ ही देर में ऐशबाग थाना क्षेत्र पर संगठन के कार्यकर्ता इकठ्ठा हो गए. ये लोग कम्मू के बाग में गोकशी का आरोप लगाते हुए सड़क पर ही प्रदर्शन करने लगे. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने अशोका गार्डन क्षेत्र में स्थित 80 फीट रोड को जाम कर दिया. इस दौरान गोकशी के विरोध में नारे लगाए गए.
आरोपियों के मकान में पशुओं के अवशेष मिले
एडिशनल डीसीपी जोन वन रश्मि अग्रवाल ने बताया "कुछ कार्यकर्ताओं की शिकायत पर ऐशबाग थाने में मामला दर्ज किया गया है. जिन लोगों पर संदेह जताया गया था, उनके घर में पशु हत्या के अवशेष पाए गए हैं. अब इनकी जांच की जाएगी, जिससे स्पष्ट हो सके कि यह मांस गाय का है या नहीं. फिलहाल दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनसे पूछताछ की जा रही है. वहीं मांस परिवहन करने वाले लोडिंग ऑटो को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है."
रासुका की कार्रवाई और मकान गिराने की मांग
संस्कृत बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्र शेखर तिवारी ने बताया "पुराने भोपाल में गोकशी के इस मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की गई है. प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया है. कम्मू के बाग में गोकशी हो रही है. यहां कल रात्रि में 4 से 5 गायों की हत्या की गई है. आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाए. आरोपियों के मकान पर बुलडोजर चलाने की भी प्रशासन से की गई है."